Prayagraj Maha Kumbh 2025 Stampede Folk Singh Neha Singh Rathore Counter Dhirendra Shastri Remarks | महाकुंभ में हुई मौतों पर धीरेंद्र शास्त्री बोले- गंगा किनारे मरने वाले मोक्ष पाएंगे, नेहा राठौर ने पलटवार कर कहा
Neha Singh Rathore On Dhirendra Shashtri Remarks: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में मची भगदड़ में हुई मौतों पर बागेश्वर धाम वाले बाबा के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने विवादित बयान देते हुए कहा कि गंगा किनारे मरने वाला सीधे मोक्ष पाएगा. उनकी इस टिप्पणी पर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर ऐसा ही है तो खुद उस भीड़ में क्यों नहीं कूद गए.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “ये बाबा बोल रहा है कि गंगा के किनारे भगदड़ में कुचल कर मारे गये लोगों को मोक्ष मिलेगा. अगर ये मोक्ष पाने का तरीक़ा है तो सारे VIP और ये बाबा भगदड़ में क्यों नहीं कूद पड़े? आवाज़ और चेहरा इसका है, शब्द सरकार के हैं. आप लोग गिद्ध ढूंढ रहे थे न!”
क्या बोले थे धीरेंद्र शास्त्री?
इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री ने दावा करते हुए कहा कि अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष ने पहले ही प्रयागराज की घटना की भविष्य कर दी थी, प्रशासन को चेताया भी था. उन्होंने कहा, “अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्रपुरी महाराज ज्योतिष के बहुत बड़े ज्ञाता हैं. महाराज जी ने पहले ही प्रशासन को कह दिया था कि ये तीन चार पांच दिन बहुत विचित्र हैं, कुछ न कुछ करना चाहिए और बहुत संभल कर रहना चाहिए. कोई अप्रिय घटना हो सकती है. हमने भी कहा था कृपया करके इस स्तिथि से बचा जाए.”
ये बाबा बोल रहा है कि गंगा के किनारे भगदड़ में कुचल कर मारे गये लोगों को मोक्ष मिलेगा.
अगर ये मोक्ष पाने का तरीक़ा है तो सारे VIP और ये बाबा भगदड़ में क्यों नहीं कूद पड़े?
आवाज़ और चेहरा इसका है, शब्द सरकार के हैं.
आप लोग गिद्ध ढूँढ रहे थे न!#MahaKumbh2025 pic.twitter.com/zGt5151i98
— Neha Singh Rathore (@nehafolksinger) January 31, 2025
‘गंगा किनारे मरने वाला पाता है मोक्ष’
उन्होंने आगे कहा, “हमें अपनी श्रद्धा को डिगने नहीं देना है. बहुत से हिन्दुओं के अंदर खोट है. कम्युनिस्ट विचारधारा के कुछ हमारे मित्र हैं, उन्होंने कहा क्या बाबा अब पर्ची खोलोगे? इस घटना पर आपके क्या विचार हैं. देश में प्रतिदिन लोग मर रहे हैं. कुछ दवा के बिना मर रहे हैं, कुछ लोग हार्ट अटैक से मर रहे हैं. ये जो घटना हुई है ये निंदनीय है. ये महाप्रयाग है, मृत्यु सबकी आनी है, एक दिन मरना सबको है, अगर कोई गंगा के किनारे मरेगा तो वो मरेगा नहीं मोक्ष जाएगा. यहां मरे नहीं हैं. कोई हां असमय चले गए हैं तो दुख है जाना सबको है. ये बात तय है कि सबका मरना तय है, लेकिन उनकी मृत्यु नहीं हुई है, सच कहें तो उनको मोक्ष मिला है.”
‘तन बचेगा, तभी सनातन बचेगा’
उन्होंने आगे का कि आज संत समाज ने एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया, जब अपने भक्तों के उपर विपदा आती है तो हम अपने भगवान से प्रार्थना करने के लिए मंच सजाते हैं, संतो को बुलाते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए संतो का आह्वान करते हैं. संयम ही संगम है. इसलिए बहुत सावधान रहो क्योंकि आपका तन बचेगा तो सनातन बचेगा, आपका तन बचेगा तो भारत वतन बचेगा. आपका रहना उतना ही जरूरी है, जितना भारत का रहना जरूरी है. आप जब यहां से जाइएगा तो हिन्दु, हिन्दुत्व और हिन्दू राष्ट्र की शपथ लेकर जाइएगा.
’15 मिनट में भगदड़ हुई कंट्रोल’
बाबा बागेश्वर धाम ने कहा, “घर जब जाएं तो ये बात लेकर न जाएं कि अव्यवस्था थी. ये लेकर जाएं कि आस्था बहुत अद्भुत थी क्योंकि व्यवस्था तो फाइव स्टार होटल में मिलती है, प्रयागराज में तो आस्था मिलती है. प्रशासन ने भी जितना उनसे हो सकता था उतना उन्होने किया. हम तो सहमत हैं. 15 मिनट में भगदड़ को कंट्रोल करना, प्रशंसनीय है. सरकार को, प्रशासन को, मुख्यमंत्री को, मोदी जी को धन्यवाद देता हूं.”
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