prashant kishor prediction about nitish kumar pm modi amit shah
PK on Nitish Kumar: जनसुराज के संस्थापक और प्रशांत किशोर ने कहा कि पीएम मोदी ने नीतीश कुमार को बिहार का लाड़ला मुख्यमंत्री तो बता दिया, लेकिन उन्हें अगले 5 साल के लिए मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान क्यों नहीं किया. पीके ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह बिहार में नीतीश कुमार को मुखौटा बनारक किसी तरह वोट लेना चाहते हैं, लेकिन चुनाव के बाद वो नीतीश को नहीं अपना सीएम बनाएंगे.
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को सिर्फ एक बार वोट किया है. साल 2010 में जब उनकी पार्टी के 117 विधायक जीते थे. उसके अलावा जितनी बार वह मुख्यमंत्री रहे हैं, ज्यादातर समय बीजेपी के सहयोग से रहे हैं. पीके ने कहा, ‘अगर नीतीश सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा हैं तो उसके असली गुनहगार बीजेपी है. ये दूसरे राज्यों में पार्टियों को तोड़कर, विधायकों को खरीदकर अपनी सरकार बनाते हैं. बिहार में ऐसे कैसे है कि इनके 75 विधायक हैं और नीतीश के 42 विधायक हैं और सामाजिक समीकरण के नाम पर सीएम नीतीश कुमार हैं.’
पूर्व चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि बीजेपी दिल्ली में जेडीयू के 12 सांसदों का समर्थन पाने के लिए नीतीश कुमार को बिहार में मुख्यमंत्री बनाए हुए है. अगर पीएम मोदी और अमित शाह ने ये घोषणा कर दी कि चुनाव जीतने के बाद नीतीश कुमार ही अगले 5 साल तक बिहार के सीएम रहेंगे तो चंपारण में बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाएगी.
पीके बोले- सीएम बने रहने के लिए कुछ भी करेंगे नीतीश कुमार
नीतीश द्वारा पीएम मोदी के पैर छूने पर भी प्रशांत किशोर ने कहा कि पैर छूना हमारी समाजाकि सभ्यता का हिस्सा है. आप अपने से बड़े या जिसको भी सम्मान देते हैं, उसका पैर छूते हैं, लेकिन नीतीश कुमार पार्लियांमेंट में जहां शपथ चल रही हो, वहां खड़े होकर पीएम का पैर छू रहे हैं. वहां केवल नीतीश कुमार व्यक्ति या नरेंद्र मोदी का मामला नहीं है. वो बिहार के मुख्यमंत्री हैं और 13 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वहां सभी राज्यों के सीएम थे क्या किसी दूसरे सीएम ने पीएम मोदी के पैर छुए. बिहार के सीएम होने के नाते देश की संसद में खड़े होकर पीएम का पैर छू रहे हैं तो यही दिखा रहा है कि वो सीएम बने रहने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं.
पीके ने नीतीश कुमार को लेकर की भविष्यवाणी
इस दौरान पीके ने नीतीश कुमार को लेकर एक भविष्यवाणी की. उन्होंने कहा कि इस बार नीतीश कुमार की इतनी सीटें नहीं आएंगी कि वो सीएम बन पाएं. उन्होंने कहा, ‘नीतीश ने हमेशा बीजेपी के साथ ही चुनाव लड़ा है, सिर्फ 2015 का चुनाव छोड़कर. वो लड़ते हैं बीजेपी के कैडर से, बीजेपी के फंड से, संगठन से और जीतने के बाद वो पलटते हैं. उन्होंने कहा कि वो बीजेपी के साथ ही चुनाव लड़ेंगे. उसके बाद बीजेपी बनाए तो ठीक नहीं तो आरजेडी के साथ चले जाएंगे. लेकिन अबकी बार उनकी इतनी सीटें नहीं आएंगी कि वो बिहार के सीएम बन पाएं.’