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Police Made A Lot Of Effort To Arrest Most Wanted Ajay Pal Singh, Fake Call Bothered Jodhpur Police ANN


Jodhpur Police Workout: जोधपुर पुलिस मोस्ट वांटेड कांट्रैक्ट किलर अजय पाल सिंह को कड़ी मशक्कत के बाद  गुजरात से पकड़कर लाई है. अजय पाल सिंह पुलिस कस्टडी में हत्या करने की सुपारी लेता था. दो साल पहले वह पुलिस कस्टडी में एक बंदी की खुलेआम सड़क पर हत्या कर फरार हो गया था. पूछताछ में सामने आया है कि यह शार्प शूटर इतना शातिर है कि उसकी प्लानिंग से पुलिसवाले भी बच नहीं पाए. अजय पाल सिंह मात्र 9वी कक्षा पास है. उसे बचाने की पूरी प्लानिंग उसकी ग्रेजुएट पत्नी करती है. 

पुलिस ने क्या जानकारी दी है

जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की डीसीपी (ईस्ट) अमृता दुहन ने बताया कि अजय पाल सिंह को पकड़ने के लिए पुलिस पिछले 6 महीने से उसका पीछा कर रही थी.पुलिस की दबिश से पहले ही शातिर अजय पाल अपनी जगह बदल देता था.जब उसे पकड़ने में पुलिस को सफलता नहीं मिली तो एक नंबर जारी कर उसपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया.अजय पाल ने 30 बार से ज्यादा पुलिस के नम्बर पर फेक कॉल करवाए. 

डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि पुलिस टीम की आधी से ज्यादा एनर्जी तो फर्जी कॉल को डील करने में ही लग जाती थी. इतने शातिर अपराधी को लेकर मिलने वाले किसी भी क्लू को हम ऐसे ही नहीं छोड़ सकते थे.जैसे ही कॉल आती पुलिस की टीम यहां से मौके पर पहुंचती थी. फिर पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील हो जाता था. इस तरह उसने फेंक कॉल करके पुलिस से काफी मशक्कत करवाई. उन्होंने बताया कि अजय पाल गुजरात के सूरत में बिजनेसमैन बनकर पत्नी और बच्चों के साथ पिछले छह महीने से रह रहा था. वहां पर उसने एक फ्लैट किराए पर ले रखा था.वह पड़ोसी को बताता था कि उसका ऑनलाइन बिजनेस है. पकड़े जाने के डर से उसने फ्लैट का एग्रीमेंट भी किसी और के नाम से करवा रखा था.

फर्जी कॉल से परेशान हुई पुलिस

डीसीपी ने बताया कि एक महीने पहले जयपुर से एक महिला ने जोधपुर पुलिस को फोन किया. उसने बताया कि अजय पाल उससे मिलने आता रहता है. वह आज भी आया था और कल भी आएगा. इस सूचना के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई. जोधपुर पुलिस और जयपुर क्राइम ब्रांच को अलर्ट किया गया. जोधपुर पुलिस के 10 लोगों की टीम बनाकर जयपुर पहुंचे.

जयपुर की महिला ने पुलिस को घुमाया
पुलिस को फोन करने वाली महिला ने बताया था कि वो चांदपोल इलाके में रहती है. इसलिए चांदपोल थाने को भी अलर्ट किया गया था. अजय पाल को पकड़ने के लिए पुलिस अधिकारियों को अपना भेष बदलना पड़ा. उसे पकड़ने के लिए सादे कपड़ों में पुलिस के 50 जवानों को तैनात किया गया. इससे चांदपोल क्षेत्र पुलिस छावनी में बदल गया. इस दौरान किसी पुलिसकर्मी ने सब्जी का ठेला लगाया, तो कोई आसपास के घरों में आम आदमी बनकर रहने लगे. वहीं कुछ पुलिस के जवान सादे कपड़ों में कबूतरों को दाना डालते थे. कुछ पुलिसकर्मी टूरिस्ट बनकर घूम रहे थे तो कोई कैमरामेन बने हुए थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस सुबह 10 से 3 बजे तक अजय पाल का इंतजार करती रही. लेकिन जब वह चार बजे कोई जवाब नहीं आया तो. कॉल करने वाली महिला को दोबारा कॉल किया गया. इस पर उस महिला ने माफी मांगते हुए कहा कि उसने झूठ बोला था. 

गुजरात से भी आई फर्जी कॉल
इसी तरह से पाली से एक युवक ने कॉल कर बताया था कि अजय पाल हिस्ट्रीशीटर जबर सिंह के यहां छुपा हुआ है. पुलिस जब वहां पहुंची तो अजय पाल वहां नहीं मिला. वहीं दो महीने पहले गुजरात के डिसा से जोधपुर पुलिस के पास कॉल आई. कॉल करने वाले ने बताया कि अजय पाल गुजरात में शराब के ट्रकों को लूट रहा है. इस सूचना पर पुलिस की टीम ने प्लानिंग के शहर डेरा डाला.लेकिन अजय पाल नहीं आया. पुलिस ने जब सूचना देने वाले को कॉल किया तो उसने बताया कि उसने गलती से कॉल कर दिया था.

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