PM मोदी ने की अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात, जानें किन मुद्दों पर हुई चर्चा
JD Vance Meets PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (21 अप्रैल, 2025) को अपने आवास पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनके परिवार की मेजबानी की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने जनवरी में वाशिंगटन डीसी की अपनी सफल यात्रा और राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपनी चर्चाओं को याद किया. जेडी वेंस अपने परिवार के साथ 4 दिनों के भारत दौरे पर आए हैं.
मुलाकात के दौरान इस साल फरवरी में पेरिस में हुई अपनी बैठक के बाद प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति वेंस ने द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की. दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते में प्रगति और ऊर्जा, रक्षा और रणनीतिक प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाने के प्रयासों का स्वागत किया. उन्होंने आपसी हितों के विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों को एक-दूसरे के सामने रखा. प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति ट्रंप को अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि वे इस साल के अंत में उनकी भारत यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
#WATCH | PM Modi holds bilateral meeting with US Vice President JD Vance in Delhi pic.twitter.com/s9aI1WmuGm
— ANI (@ANI) April 21, 2025
दिया जाएगा द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप?
इस बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. दोनों देशों के नेताओं के बीच ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत के अगले चरण में हैं और इससे दोनों देशों को फायदा होगा. राष्ट्रपति ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर पिछले 10 प्रतिशत टैरिफ के अलावा 26 प्रतिशत टैरिफ लगाया था. उन्होने फिलहाल नए पारस्परिक टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोक दिया है. इसको लेकर अर्थशास्त्री दोनों पक्षों के बीच विन-विन सिचुएशन के तौर पर देख रहे हैं.
भारत ने स्पष्ट कर रखा है अपना रुख
हालांकि, भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी समझौते में जल्दबाजी नहीं करेगा, न ही उसे बंदूक की नोक पर समझौता करने के लिए मजबूर किया जाएगा. भारत ने कहा है कि समझौता तभी होगा जब भारत की चिंताओं को ध्यान में रखा जाएगा. फरवरी में वाशिंगटन डीसी में प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बातचीत के बाद, दोनों पक्षों ने घोषणा की थी कि वे 2025 तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण के बारे में चर्चा करेंगे.