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PM Narendra Modi Slams On Rahul Gandhi For Amethi Seat – राहुल गांधी अमेठी सीट पर लड़ने से डरे, सोनिया भी डरकर राजस्थान गईं : पीएम मोदी का बड़ा वार


राहुल गांधी अमेठी सीट पर लड़ने से डरे,  सोनिया भी डरकर राजस्थान गईं : पीएम मोदी का बड़ा वार

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने एक बार फिर राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर हमला बोला है. पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ने से डर गए हैं. यही वजह है कि उन्होंने इस बार अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से पहले सोनिया गांधी भी डरकर राजस्थान चली गई थीं. पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने भाषण के दौरान कहा कि कांग्रेस अब जिस स्थिति में है उससे ये तो साफ है कि उन्हें इस बार पहले से भी कम सीटें आ रही हैं. आपको बता दें कि सोनिया गांधी अब तक रायबरेली से सांसद थी लेकिन इस बार वो यहां से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही हैं. उनकी जगह इस बार राहुल गांधी मैदान में हैं. सोनिया गांधी अब राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं.

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पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट भी किया है. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि मैं पहले से ही बता दिया था कि शहजादे वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट खोज रहे हैं. अब इन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुननी पड़ी है. ये लोग घूम-घूम कर सबको कहते हैं – डरो मत! मैं भी इन्हें यही कहूंगा – डरो मत! भागो मत!

“राहुल गांधी पर पीएम ने पहले भी साधा था निशाना”

आपको बता दें कि पीएम मोदी ने इससे पहले कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए पूछा था कि क्या वायनाड में मुस्लिम समुदाय को आरक्षण का लाभ देने के लिए कोई ‘डील’ हुई है. पीएम मोदी ने साथ ही कहा था कि धर्म-आधारित आरक्षण देना “असंवैधानिक” है, उन्होंने कांग्रेस पर एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों से आरक्षण छीनने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा था कि आज, क्या हो रहा है, क्या वे (कांग्रेस) एससी, एसटी और ओबीसी के लिए संविधान द्वारा दिए गए आरक्षण को छीनने के तरीके ढूंढ रहे हैं, वे धर्म-आधारित आरक्षण देना चाहते हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा था कि संविधान निर्माताओं ने तय किया था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता. जब संविधान बना तो महीनों तक चर्चा हुई, कई जानकार लोगों के बीच इस बात पर चर्चा हुई कि क्या आरक्षण धार्मिक आधार पर दिया जाना चाहिए.”इस पर सहमति बनी कि यह नहीं दिया जा सकता…अब वे वोट बैंक के कारण धार्मिक आधार पर आरक्षण देने की कोशिश कर रहे हैं.’





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