Pm Narendra Modi Prerna School And Vadnagar Railway Station Became center of tourism ANN
Vadnagar Center Of Tourism: गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित वडनगर रेलवे स्टेशन केवल एक परिवहन केंद्र नहीं है, बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचपन की अहम यादों का हिस्सा है. यही वह जगह है जहां उन्होंने अपने पिता दामोदरदास मोदी के साथ चाय बेची थी.
अब इस स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस करके एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है. 425 मीटर लंबे दो प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए वेटिंग रूम, कैफे और फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है. प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर 529.20 वर्ग मीटर का कवर शेड लगाया गया है, जिससे हर मौसम में यात्रियों को आराम मिल सके.प्रधानमंत्री मोदी के पिता का चाय स्टॉल, जहां उन्होंने बचपन में चाय बेची थी, अब एक संग्रहालय के रूप में संरक्षित किया गया है.
भविष्य की योजनाएं
फिलहाल वडनगर रेलवे स्टेशन से सीमित संख्या में ट्रेनें गुजरती हैं, लेकिन इसे एक प्रमुख रेल हब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है. आने वाले समय में यहां से वंदे भारत जैसी तेज रफ्तार ट्रेनें गुजरने की संभावना है, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.
प्रेरणा स्कूल: मोदी की प्रारंभिक शिक्षा का केंद्र
प्रेरणा स्कूल, जिसे पहले वर्नाकुलर स्कूल के नाम से जाना जाता था, वह स्थान है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी शुरुआती शिक्षा प्राप्त की थी. यह स्कूल 1888 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ की ओर से स्थापित किया गया था और उस समय इसका निर्माण ₹16,023 की लागत से हुआ था.
नवीनीकरण और नए बदलाव
2021-22 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने इस स्कूल को अपने संरक्षण में लिया. संस्कृति मंत्रालय और गुजरात पर्यटन विभाग के सहयोग से 2023 में इसका पुनर्निर्माण पूरा किया गया. स्कूल की दीवारों पर शिवाजी, महाराणा प्रताप, गौतम बुद्ध, गांधीजी और विनोबा भावे जैसी महान हस्तियों की चित्रकारी की गई है, जो विद्यार्थियों को प्रेरित करती हैं.
शिक्षा और प्रशिक्षण केंद्र के रूप में बदलाव
2024 से, यह स्कूल वैकेशनल कक्षाओं के लिए पूरे भारत से 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों का स्वागत कर रहा है. एक सप्ताह के सत्रों में आधुनिक तकनीक और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर पर विशेष ज्ञान दिया जाता है. हर जिले से एक लड़के और एक लड़की का चयन किया जाता है, जिससे विविधता और समावेशिता को बढ़ावा मिले. विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए विशेष रूप से चयनित शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है. बता दें कि वडनगर का रेलवे स्टेशन और प्रेरणा स्कूल, प्रधानमंत्री मोदी के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं के साक्षी हैं.