Parliament Security Breach Rahul Gandhi In Lok Sabha While Smoke Attack Says Congress Leader Supriya Shrinate
Parliament Smoke Attack: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए दो शख्स सागर शर्मा और डी मनोरंजन बुधवार (13 दिसंबर) को लोकसभा में घुस जाते हैं. दर्शक दीर्घा से छलांग लगाते हुए नीचे आते हैं और स्मोक अटैक करके पूरी लोकसभा में धुआं ही धुआं कर देते हैं. एक तरफ जहां पूरे सदन में अफरातफरी का माहौल होता है तो वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस धुएं के बीच अपनी सीट पर खड़े नजर आ रहे हैं.
दरअसल, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस घटना के दौरान की एक फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर की है. जिसमें राहुल गांधी खड़े नजर आ रहे हैं जबकि सदन में धुआं और अन्य सांसदों की चहलकदमी दिख रही है. इस फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “डरो मत. कहते ही नहीं, करके भी दिखाते हैं.” उन्होंने जो फोटो एक्स पर पोस्ट की है उसमें टेक्स्ट भी लिखा है, “जब संसद में अफरातफरी फैली थी, जननायक सीना तानकर खड़े थे.”
पांच आरोपी गिरफ्तार, छठे की तलाश
संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिनमें उन्नाव का रहने वाला सागर शर्मा, लातूर का रहने वाला अमोल शिंदे, मैसूर का रहने वाला मनोरंजन डी, जींद की रहने वाली नीलम के साथ-साथ एक अन्य आरोपी शामिल है. छठे आरोपी ललित झा की तलाश जारी रही है. उसकी लास्ट लोकेशन राजस्थान के नीमराना में मिली और जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम वहां पहुंची तो ललित वहां से भी फरार हो गया. स्पेशल सेल की 2 टीमें उसकी तलाश कर रही हैं.
डरो मत 💪🏼
कहते ही नहीं, करके भी दिखाते हैं 🔥@RahulGandhi pic.twitter.com/uvu39GzEj0
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) December 13, 2023
क्या हुआ संसद में?
देश की नई संसद में बुधवार के दिन शीतकालीन सत्र का शून्यकाल चल रहा था. तभी अचानक से दो शख्स दर्शक दीर्घा से नीचे की ओर छलांग लगाते हैं और एक बजकर एक मिनट पर उन्हें सदन की सीटों पर कुलाचें भरते हुए देखा जाता है. इस बीच वहां मौजूद सांसद चारों तरफ से इन लोगों को घेर लेते हैं और वो भाग नहीं पाते. इस बीच इनमें से एक शख्स अपने जूते से कुछ निकालता है और लोकसभा में धुआं ही धुआं हो जाता है. इस पूरे घटनाक्रम के बीच में कई सांसद स्मोक अटैक करने वाले को पकड़कर जमकर धुनाई कर देते हैं. बाद में इन लोगों को संसद के सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया जाता है.