Pakistan Election Competition Between Imran Khan Nawaz Sharif And Bilawal Bhutto – पाकिस्तान के गेम ऑफ थ्रोन्स में इमरान खान, नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो के बीच मुकाबला: 10 पॉइंट्स
नई दिल्ली:
पाकिस्तान में अंतिम कुछ चुनाव परिणामों (Pakistan Elections) में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. वहीं पिछले कई दिनों से देश की राजनीतिक में खरीद-फरोख्त के आरोप लह रहे हैं. आम चुनाव में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के वफादार निर्दलीय उम्मीदवारों ने दमदार प्रदर्शन किया.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
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चुनाव नतीजों में काफी देरी के बीच सेना को वोटों में धांधली के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है. सेना समर्थित पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने सबसे अधिक सीटों वाली पार्टी के रूप में जीत का ऐलान किया. हालांकि, सरकार बनाने के लिए तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को विरोधियों और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ समझौता करने के लिए मजबूर पड़ेगा.
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बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी ने भी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है. PPP नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि शुरुआती नतीजे “बहुत उत्साहजनक” थे. पीएमएल-एन और पीपीपी ने 2018 के चुनाव में पीटीआई द्वारा मामूली बहुमत हासिल करने के बाद अप्रैल 2022 में इमरान खान को पद से हटाने के लिए छोटी पार्टियों के साथ हाथ मिलाया.
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नवाज शरीफ ने लाहौर में अपने पार्टी मुख्यालय में कहा, “हमारे पास सरकार चलाने के लिए पर्याप्त बहुमत नहीं है, इसलिए हम अन्य दलों और उम्मीदवारों को अपने साथ आने के लिए आमंत्रित करते हैं, जो हमारे साथ सफलतापूर्वक काम कर चुके हैं.”
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इमरान खान ने शुक्रवार को एक्स पर AI के माध्यम से अपना विजयी भाषण शेयर किया था, एक ऑडियो-विजुअल मैसेज में उन्होंने आम चुनाव में जीत का दावा किया. बता दें कि इमरान खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) चीफ हैं.
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इमरान खान की पार्टी पीटीआई को कानूनी कार्रवाई की वजह से जेल में रहकर निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ा. उन्होंने निर्दलीय के तौर पर अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा, जिन्होंने मुख्य विरोधियों को चुनौती देते हुए चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया.
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इमरान खान ने अपने विरोधी नवाज शरीफ की जीत के पहले के दावे को भी खारिज कर दिया. खान ने उनके समर्थकों से उस जीत का जश्न मनाने की अपील की, जो उनकी पार्टी ने कार्रवाई के बावजूद हासिल की.
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वोटों की धीमी गिनती से पता चला कि शनिवार सुबह तक निर्दलीय उम्मीदवारों ने करीब 99 सीटों पर जीत हासिल कर ली थी, जिनमें से 88 इमरान खान के प्रति वफादार हैं.
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पीएमएल-एन ने 71 सीटें हासिल कीं और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) को 53 सीटें मिलीं, जबकि निर्वाचित 266 सीटों वाली नेशनल असेंबली में से 15 सीटों का ऐलान अभी बाकी है.
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छोटी पार्टियों ने 27 सीटें शेयर कीं, जिसमें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) भी शामिल है, जिसको 17 सीटें मिलीं, जो आने वाले दिनों में यह पीटीआई के लिए काफी दिलचस्प होने की संभावना है.
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अगर पीटीआई के निर्दलीय उम्मीदवार उनमें से एक में शामिल होते हैं, तो वे महिलाओं और धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित 70 अनिर्वाचित सीटों का हिस्सा ले सकते हैं, जो कि चुनाव लड़ने वाले वोट में पार्टी के प्रदर्शन के मुताबिक आवंटित किए जाते हैं.