Pakhanjur BJP Leader Murder Case SP Divyang Patel Made Revelations About The Murder Ann
Pakhanjur BJP Leader Murder Case: छत्तीसगढ़ के कांकेर पुलिस ने पखांजूर में हुए बीजेपी नेता असीम राय की अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है, और इस मामले में दो कांग्रेसी नेता समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि अभी भी बीजेपी नेता पर गोली चलाने वाला मुख्य शूटर फरार है, जिसकी सरगर्मी से पुलिस तलाश कर रही है, इस मामले में तीन मुख्य आरोपी ने बीजेपी नेता असीम राय पर अपनी पुरानी दुश्मनी निकालने के लिए हत्या कर दी थी.
इसमें दुश्मनी के कुछ महत्वपूर्ण कारण थे. नगर पंचायत के अध्यक्ष व कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली ने उनके लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से अपने अध्यक्ष पद की कुर्सी चले जाने के डर से, कांग्रेसी पार्षद विकास पाल ने उनके अवैध तरीके से पखांजूर में बनाये होटल की बिल्डिंग असीम राय की वजह से टूट जाने के डर से, सुपारी किलिंग की साजिश रचकर असीम राय की हत्या करा दी थी.
बकायदा इसके लिए तीन मुख्य आरोपियों ने 8 लोगों की मदद ली और इन्हें सुपारी की रकम 7 लाख रुपये दिए, जिसमें से मुख्य शूटर विकास तालुकदार ने एक लाख रुपए का पिस्टल खरीदा और बीते 7 जनवरी को पल्सर बाइक में अपने एक साथी के साथ मौका देखकर बीजेपी नेता असीम राय के सिर पर गोली मारी और फरार हो गया. घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज खंगालने और करीब 500 से ज्यादा कॉल रिकॉर्ड निकालकर आखिरकार कांकेर पुलिस ने हत्या में शामिल 3 मुख्य आरोपी समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है ,बकायदा इस हाई प्रोफाइल मर्डर की जांच के लिए पुलिस ने एसआईटी टीम का गठन किया था.
दो कांग्रेसी नेता समेत तीन लोगों ने रची हत्या की साजिश
कांकेर जिले के एसपी दिव्यांग पटेल ने शुक्रवार (12 जनवरी) को प्रेस वार्ता कर बीजेपी नेता असीम राय की हत्या का खुलासा किया. एसपी ने बताया कि बीते 7 जनवरी को पखांजूर इलाके के बाजार पारा रात 8 बजे पल्सर बाइक में सवार दो हमलावरों ने बीजेपी नेता असीम राय को पीछे से सिर पर गोली मारी थी. इसके बाद बेहोशी की हालत में इलाज के लिए अस्पताल लाया जहां असीम राय की मौत हो गई. डॉक्टर ने बताया कि शूटर ने सिर पर गोली मारी, जिससे बीजेपी नेता असीम राय की मौत हो गई. इस घटना के बाद पुलिस सभी एंगल से इस मामले की जांच कर रही थी, वहीं आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर बीजेपी के कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए थे.
पूछताछ पर पूरी षड्यंत्र का किया खुलासा
इस हाई प्रोफाइल मर्डर की जांच के लिए एसपी ने 18 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया. इसके बाद टीम ने घटनास्थल बाजार पारा का सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ 500 से ज्यादा कॉल रेकॉर्ड निकाले, सीसीटीवी की मदद से बाइक में सवार दो अज्ञात हमलावर में पुलिस ने एक की पहचान पखांजूर निवासी विकास तालुकदार के रूप में की, मुखबिर के माध्यम से पता चला कि विकास तालुकदार को अक्सर नीलरतन मंडल के साथ घूमते फिरते देखा गया है. पुलिस टीम ने नीलरतन मंडल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की. पूछताछ करने पर उसने बीजेपी नेता असीम राय की हत्या की पूरी षड्यंत्र का खुलासा किया और बताया कि पखांजूर निवासी मंडल मेडिकल के प्रोपराईटर सोमेंद्र मंडल, सुरजीत और रिपन इन तीनों ने उससे मुलाकात कर बताया कि पखांजूर के कांग्रेस नेता व नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली, कांग्रेसी पार्षद विकास पाल और व्यापारी जितेंद्र बैरागी तीनों मिलकर बीजेपी नेता असीम राय की हत्या करवाना चाहते हैं.
हत्या के ये थे कारण
नीलरतन ने बीजेपी नेता असीम राय की हत्या के लिए अपने मौसेरे भाई शार्प शूटर विकास तालुकदार और जयंत विश्वास की मुलाकात सोमेंद्र मंडल से करवाई और असीम राय की हत्या के लिए नीलरतन ,विकास तालुकदार और जयंत विश्वास ने 7 लाख रुपये में बीजेपी नेता की हत्या करने का ठेका लिया, इधर सोमेंद्र मंडल को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर असीम राय की हत्या के षड्यंत्र में शामिल होना कबूल किया और बताया कि बीते 3 दिसंबर 2023 को मतगणना में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस नेता व नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और उनकी कुर्सी खतरे में थी, इसी तरह कांग्रेसी पार्षद विकास पाल को इस बात का डर था कि उसका पखांजूर इन होटल का अवैध निर्माण भी तोड़ा जाएगा, दोनों ही इस बात के लिए बीजेपी नेता असीम राय को ही जिम्मेदार मानते थे.
1 लाख रुपये में खरीदा गया पिस्टल
वहीं पखांजूर निवासी जितेंद्र बैरागी का भी बीजेपी नेता असीम राय के साथ पुरानी रंजिश थी, जिसके कारण बप्पा गांगुली, विकास पाल और जितेंद्र बैरागी ने एक राय होकर सोमेंद्र मंडल को बीजेपी नेता की हत्या करवाने की जिम्मेदारी दी, हत्या के लिए पैसे की व्यवस्था बप्पा गांगुली और विकास पाल ने किया और जितेंद्र बैरागी को मृतक की रेकी करने की जिम्मेदारी दी गई, जितेंद्र बैरागी ने अपने साथी तपन मंडल और समीत मांझी के साथ मिलकर मृतक की गतिविधियों की रेकी किया, बप्पा गांगुली और विकास पाल ने सोमेंद्र मंडल के माध्यम से 7 लाख रुपये नीलरतन को भेजा, जिसमें उक्त रकम में से करीब 1 लाख रुपये में पिस्टल खरीदा गया. इसके बाद विकास तालुकदार ने अपने साथी गोपी दास के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया.
अब तक कुल 3 लाख 50 हजार रुपए बरामद कर चूकी है पुलिस
असीम राय पर गोली चलाते वक्त गोपी दास बाइक चला रहा था, और शूटर विकास तालुकदार ने बाइक के पीछे बैठकर पिस्टल से मृतक को शूट किया, एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि बीजेपी नेता असीम राय की हत्या में शामिल पल्सर बाइक चलाने वाले आरोपी गोपीदास को उसके घर में दबिश देकर हिरासत में लिया गया और उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त पल्सर बाईक और 3 लाख रुपये नकद बरामद किए. आरोपी गोपीदास ने विकास तालुकदार के साथ मिलकर बीजेपी नेता की हत्या करना कबूल किया, इधर पुलिस ने आरोपी नीलरतन मंडल के कब्जे से भी 50 हजार रुपये जब्त किए, इस मामले में सुपारी किलिंग के कुल 3 लाख 50 हजार रुपए पुलिस ने बरामद कर लिया है. हालांकि मुख्य शूटर विकास तालुकदार फरार है जिसकी पुलिस लगातार तलाश कर रही है.
गृहमंत्री ने परिजनों को दिलाया था भरोसा
बीजेपी नेता असीम राय की हत्या के बाद पखांजुर के साथ ही पूरे कांकेर जिले में गहमा गहमी का माहौल था, लगातार बीजेपी कार्यकर्ता जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तार की मांग को लेकर नगर बंद, चक्का जाम प्रदर्शन कर रहे थे, बीजेपी नेता के अंतिम संस्कार में खुद वन मंत्री केदार कश्यप के साथ ही कांकेर के सांसद मनोज मंडावी और बीजेपी के तमाम बड़े नेता अंतिम संस्कार में पहुंचे हुए थे, इसके अलावा खुद गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी असीम राय के परिजनों से पखांजूर पहुंचकर मुलाकात की थी और उन्हें आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने का भरोसा दिलाया था, इधर घटना के 5 दिन बाद पुलिस ने आखिरकार इस हत्या की गुत्थी सुलझा ली और कुल 11 आरोपियों को धर दबोचा, हालांकि मुख्य शूटर विकास तालुकदार अभी भी फरार है, जिसे जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा जिले के एसपी कर रहे हैं.
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