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Pahalgam Baisaran Valley Terror Attack took the lives of three Indian security force officers from IB navy and air force


Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में स्थित बैसरन मंगलवार (22 अप्रैल) को आतंकियों की बर्बरता का गवाह बना. यह इलाका अपने खूबसूरत और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है. इसे मिनी स्विट्जरलैंड भी कहते हैं. यहां आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया और 26 लोगों की जान ले ली, जिसमें तीन डिफेंस अफसर भी शामिल थे. हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया.

इन शहीदों में सबसे पहले नाम मनीष रंजन का है, जो बिहार के रोहतास जिले के अरुही गांव के निवासी थे. वह इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में अधिकारी के रूप में कार्यरत थे और वर्तमान में हैदराबाद में पोस्टेड थे. अपने परिवार के साथ पहलगाम घूमने आए मनीष रंजन को ये बात पता नहीं थी कि यह उनकी आखिरी यात्रा साबित होगी. उनकी मौत की खबर जैसे ही परिजनों को लगी. उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया. दूसरे व्यक्ति का नाम लेफ्टिनेंट विनय नरवाल थे. वह भारतीय नौसेना में तैनात थे और कोच्चि में कार्यरत थे. हरियाणा के करनाल निवासी विनय हाल ही में विवाह के बंधन में बंधे थे और अपनी पत्नी के साथ हनीमून मनाने पहलगाम आए थे.

Pahalgam Terror Attack: आतंकी हमले के शिकार बने तीन सर्विंग अफसर! IB, नेवी और एयरफोर्स के लोग शामिल, अपनों के सामने ही ले ली जान

आंखों के सामने खोया जीवनसाथी
आतंकवादी हमले ने विनय नरवाल और उनकी पत्नी के प्रेम कहानी को एक दुखद सपने में बदलकर रख दिया. उनकी पत्नी इस हमले में किसी तरह बच गईं, लेकिन उन्होंने अपनी आंखों के सामने अपने जीवनसाथी को खो दिया. यह एक ऐसा पल था जिसे कोई भी जीवन भर भुला नहीं सकता. तीसरे व्यक्ति कॉर्पोरल टेज हैलियांग है, जिन्होंने आतंकी हमले में जान गवा दी. वह भारतीय वायुसेना में कार्यरत थे और श्रीनगर बेस पर तैनात थे. वे अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबनसिरी जिले के ताजांग गांव के निवासी थे. हाल ही में उनकी शादी हुई थी और वे अपनी पत्नी के साथ छुट्टी पर पहलगाम आए थे. उनकी शहादत पर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि टेज की शहादत राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है. उनका बलिदान इस बात की गवाही देता है कि देश के वीर हर परिस्थिति में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हैं.

आतंकी हमला: सुनियोजित और निर्दयी रणनीति
यह हमला उस समय किया गया जब पर्यटक अपने परिवार के साथ प्रकृति की गोद में समय बिता रहे थे. आतंकियों ने पहले धर्म पूछकर लोगों की पहचान की और फिर निर्दोषों पर गोलियां बरसाई. हमले की जिम्मेदारी लेने वाले संगठन TRF (The Resistance Front) का सीधा संबंध लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाकिस्तान पोषित आतंकी समूहों से है



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