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National Herald Case : उत्तर प्रदेश में नेशनल हेराल्ड की संपत्ति खाली करवा रही ED, शॉपिंग कॉम्पलेक्स में चिपकाया नोटिस



<p style="text-align: justify;"><strong>ED Action On National Herald Case :</strong> प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड केस में एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है. इस बार एजेंसी की टीम ने मंगलवार (15 अप्रैल) को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग क्षेत्र में स्थित नेशनल हेराल्ड की बहुमूल्य संपत्ति को खाली कराने के लिए नोटिस चस्पा कर दिया है. यह संपत्ति एक व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स है, जिसकी कीमत करीब 64 करोड़ रुपये आंकी गई है.</p>
<p style="text-align: justify;">ईडी ने यह कार्रवाई पिछले हफ्ते बुधवार (9 अप्रैल, 2025) को जारी आदेश के तहत की है. एजेंसी के डिप्टी डायरेक्टर नवीन राणा की ओर से ईडी मुख्यालय, नई दिल्ली की यूनिट-1 के निर्देश पर यह नोटिस जारी की गई. इसके बाद ईडी की टीम लखनऊ पहुंची और संपत्ति पर कब्जा खाली कराने का आदेश बोर्ड पर चस्पा कर दिया. नोटिस में स्पष्ट लिखा गया है कि यह संपत्ति ईडी की ओर से जब्त की जा रही है और इसलिए इसे तत्काल प्रभाव से खाली किया जाए.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ईडी के नोटिस में क्या लिखा था</strong><strong>?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">इस नोटिस में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि इस संपत्ति को न तो बेचा जा सकता है, न ट्रांसफर किया जा सकता है और न ही किसी अन्य व्यक्ति या संस्था को सौंपा जा सकता है. इसके अलावा संबंधित उप निबंधक कार्यालय को भी पत्र भेजकर इस संपत्ति पर सभी प्रकार की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने की जानकारी दी गई है.</p>
<p style="text-align: justify;">नवंबर, 2023 में ईडी ने दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में नेशनल हेराल्ड से जुड़ी संपत्तियों को जब्त किया था. लखनऊ की इस संपत्ति को भी उसी वक्त जब्त किया गया था. अब निर्णायक प्राधिकारी (Adjudicating Authority) की मंजूरी के बाद इसे खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ईडी की कार्रवाई से दुकानदार परेशान</strong></p>
<p style="text-align: justify;">ईडी की इस कार्रवाई से कॉम्प्लेक्स में वर्षों से दुकान चला रहे व्यापारी हैरान और परेशान हैं. हालांकि कैमरे के सामने कोई बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन अंदरूनी तौर पर उनका कहना है कि वे वर्षों से यहां वैध रूप से कारोबार कर रहे हैं और अचानक इस तरह से नोटिस लगना उन्हें असमंजस में डाल रहा है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>नेशनल हेराल्ड केस की चार्जशीट में राहुल और सोनिया गांधी का नाम शामिल</strong></p>
<p style="text-align: justify;">नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ पहले ही आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है. ईडी का आरोप है कि यंग इंडियन लिमिटेड के जरिए नेशनल हेराल्ड की करोड़ों की संपत्ति को अवैध तरीके से हस्तांतरित किया गया.</p>
<p style="text-align: justify;">उल्लेखनीय है कि नेशनल हेराल्ड अखबार की शुरुआत 1938 में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने की थी. इसका मकसद स्वतंत्रता संग्राम की आवाज को जनता तक पहुंचाना था. आजादी के बाद यह अखबार लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी से जुड़ा रहा. हालांकि, समय के साथ यह अखबार घाटे में चला गया और 2010 में इसे बंद कर दिया गया.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने उठाया था नेशनल हेराल्ड का मामला </strong></p>
<p style="text-align: justify;">नेशनल हेराल्ड केस साल 2012 में तब सुर्खियों में आया जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने यंग इंडियन लिमिटेड नामक कंपनी के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (जिसके नाम पर नेशनल हेराल्ड की संपत्तियां हैं) का अधिग्रहण कर लिया, जिससे कांग्रेस नेताओं को करोड़ों की संपत्तियों का मालिकाना हक मिल गया.</p>
<p style="text-align: justify;">अब ईडी इस पूरे मामले की जांच कर रही है और कार्रवाई तेज कर दी है. लखनऊ की यह कार्रवाई भी उसी कड़ी का हिस्सा है, जिससे यह साफ हो रहा है कि नेशनल हेराल्ड मामले में जांच एजेंसियों की निगरानी और सख्ती&nbsp;लगातार&nbsp;जारी&nbsp;है.</p>



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