Nainital News Jim Corbett National Park Decide On Cycling Inside On Park Ann
Uttarakhand News: उत्तराखंड में सैलानियों के लिए पर्यटन विभाग और फॉरेस्ट डिपार्मेंट लगातार काम कर रहा है. अब पर्यटकों को नए एक्सपीरियंस देने के लिए जंगल में साइकिलिंग करने का मौका देगा. वन विभाग कुछ फोर्स डिवीजन में जंगल के अंदर सैलानियों को साइकिलिंग करने का मौका देने जा रहा है. पर्यटक जंगल में साइकलिंग कर जंगल को अच्छे से देख और समझ सकेंगे इसके लिए कई जगह साइकिलट्रेक बनाया गया है. रामनगर फारेस्ट डिविजन के कालाढुंगी रेंज में बने डेंजर फॉल के पास एक साइकिल ट्रेक बनाया गया है ताकि यहां आने वाले सैलानी इस ट्रैक के माध्यम से जंगल का लुत्फ उठा सके.
विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे रामनगर वन प्रभाग में अब सैलानी सबसे चर्चित कॉर्बेट पार्क में साइकिलिंग कर सकेंगे. वहीं सैलानियों को रिझाने के लिए यहां साइकिलिंग ट्रैक बनाया गया है. पर्यटक साइकिलिंग के जरिये 2 किलोमीटर के ट्रैक में जंगल के नजारों, वन्यजीव और पक्षियों का नजदीकी से दीदार भी कर सकेंगे.
वन विभाग ने शासन को भेजा प्रस्ताव
एबीपी लाइव को रामनगर फॉरेस्ट डिविजन डीएफओ दीगांत नायक ने बताया कि इस ट्रैक पर हमने 10 साइकिल चलाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है, इनके शुल्क भी निर्धारित किए गए है. शासन से परमिशन मिलने के बाद हम इस ट्रैक को शुरू करेंगे, इसके बाद यहां आने वाले पर्यटक इस ट्रैक के माध्यम से जंगल को और अच्छे से एक्सप्लोर कर सकेंगे. इस 2 किलोमीटर के ट्रैक पर जंगल का हर पहलू पर्यटकों को देखने को मिलेगा.
उन्होंने आगे बताया कि हमने इस ट्रैक को सुरक्षा के मद्देनजर सोलर फेंसिंग से कवर्ड किया है ताकि किसी पर्यटक के साथ कोई अप्रिय घटना ना हो. इसके अलावा इस पूरे ट्रैक पर हमारे लोग जगह-जगह खड़े रहेंगे, वहीं जंगल के अंदर जाने वाला यह ट्रैक पर्यटकों को जंगल के हर पहलू से रूबरू कर आएगा.
50 रूपये होगी एंट्री फीस
इस ट्रैक का प्रवेश शुल्क 50 रुपये निर्धारित किया गया है. इसके साथ ही सुरक्षा के लिहाज से ट्रैक पर कर्मचारियों की तैनाती की गई है, यहां आने वाले पर्यटक जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के साथ-साथ अब इस ट्रैक का भी लुत्फ उठा पाएंगे. इस पूरे साइकिल ट्रैक पर दोनों ओर से सोलर फेंसिंग की गई है क्योंकि इस इलाके में भारी मात्रा में वाइल्डलाइफ पाई जाती है. पर्यटकों की सुरक्षा के लिहाज़ सोलर फेंसिंग कर इसे सुरक्षित बनाया गया है. जल्द ही शासन से मंजूरी मिलने के बाद इस ट्रैक को शुरू कर दिया जाएगा.