MVA में क्या सचमुच आल इज वेल? : संजय राउत के मीटिंग के बीच में जाने के क्या मायने
मुंबई:
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष की रणनीतियां आकार लेती जा रही हैं. मुंबई में होटल हयात में महाविकास अघाड़ी की मीटिंग शुरू होने के 6 घंटे बाद शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत यह कहते हुए चले गए कि महा विकास अघाड़ी (MVA) में आल इज वेल है, कल प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी.
हालांकि सूत्रों की मानें तो अब भी सब कुछ ठीक नहीं है वर्ना शिवसेना (UBT) के नेताओं के जाने के बाद एनसीपी शरद पवार और कांग्रेस के नेता भी चले जाते और मीटिंग समाप्त हो जाती, जबकि ऐसा हुआ नहीं. मतलब गतिरोध अब भी कायम है.
विपक्षी दलों की महा विकास अघाड़ी (MVA) की बैठक शाम साढ़े 4 बजे के करीब शुरू हुई थी. इसमें नाना पाटोले, बालासाहेब थोरात, संजय राउत, जयंत पाटिल, विजय वडेट्टिवर, वर्षा गायकवाड़, अनिल देसाई, जयंत पाटिल, जितेंद्र आह्वाड़ आदि नेता मौजूद थे.
माना जा रहा है कि अब भी एमवीए में एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर गतिरोध बना हुआ है उसे सुलझाने की कोशिश चल रही है. जबकि उद्धव ठाकरे से जब आज कांग्रेस नेता बालासाहब थोरात मिले थे तो उद्धव ने उनसे साफ कहा था कि आज ही सब मामला सुलझा लें नहीं तो कल हम अपनी लिस्ट जारी कर देंगे.
सवाल है कि फिर उनके ही दोनों नेत मीटिंग बीच में छोड़कर क्यों निकल गए? क्या कल फिर से महाविकास अघाड़ी की मीटिंग होगी? मीटिंग से निकले संजय राउत ने इनकार किया. सवाल है कि जब बात बनी नहीं तो कल फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कैसे होगी?
सूत्रों के मुताबिक उत्तर महाराष्ट्र, विदर्भ और मुम्बई में करीब 15 सीटों को लेकर पेंच फसा है. यह सीटें विदर्भ की दक्षिण नागपुर, रामटेक, वरोरा, चंद्रपुर, कामठी, भंडारा, अमरावती, दरियापुर और मुम्बई की घाटकोपर वेस्ट, भायकला, वर्सोवा, कुर्ला, बांद्रा पूर्व एवं उत्तर महराष्ट्र की पारोला-ऐरोडल व नासिक पश्चिम विधानसभा सीट है.