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Murshidabad Violence scene of devastation Governor CV Bose Discuss With CM Mamata Banerjee Hundreds of people flee Know Big Updates


Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और बर्बादी का मंजर रविवार (13, अप्रैल, 2025) को भी सड़कों पर देखने को मिला. जले हुए वाहन, लूटे गए शॉपिंग मॉल और फार्मेसी में तोड़फोड़ कुछ इस तरह का नजारा रहा.

जानें बड़ी बातें-

1. मुर्शिदाबाद में रविवार को सड़कें सुनसान रहीं, दुकानें बंद रहीं और लोग घरों के अंदर ही रहे. पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बल धूलिया, शमशेरगंज और सुती क्षेत्रों के संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं, जहां पिछले दो दिनों से हिंसा जारी है.

2. मीडिया की टीम जब धुलियान में गई तब कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें एक क्षतिग्रस्त इमारत के भीतर बम के छर्रे और फर्नीचर की राख दिखाई, जिन्हें उपद्रवियों ने प्रांगण में जमा कर आग लगा दी थी.

3. विनाश का ऐसा ही मंजर सुती, शमशेरगंज और धुलियान में भी देखने को मिला और ऐसा लग रहा था जैसे युद्धक्षेत्र हो,  क्योंकि भारी हथियारों से लैस केंद्रीय बलों ने पुलिस और त्चरित कार्रवाई बल (आरएएफ) कर्मियों के साथ मिलकर राष्ट्रीय राजमार्ग और आसपास की गलियों में मार्च किया. सुरक्षाकर्मियों को स्थानीय लोगों से अपने घरों और संपत्तियों के सामने जमा पत्थरों, कंक्रीट के टुकड़ों और ईंटों को हटाने के लिए कहते देखा गया.

4. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने कहा कि वह हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले के संबंध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ नियमित रूप से चर्चा कर रहे हैं, जबकि केंद्र स्थिति पर नजर रख रहा है. एक वीडियो संदेश में बोस ने कहा कि पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है और उसके साथ-साथ राज्य पुलिस भी सहयोग के लिए सक्रिय है.

5. बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता में मीडिया से बात करते हुए कहा कि झारखंड से कोबरा बटालियन की सात कंपनियां मुर्शिदाबाद में तैनात की गई हैं, यह बहुत अच्छी खबर है. जहां भी जिहादी इकट्ठा हो रहे हैं, उन्हें पीटना चाहिए. वे देश विरोधी ताकतें हैं, ये लोग लुटेरे हैं, उन्हें सबक सिखाना चाहिए.

6. सीपीआई (एम) नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार की जिम्मेदारी है कि वह राज्य में हो रही हिंसा को रोके. उन्होंने कहा, ममता सरकार में लॉ एंड ऑर्डर के नाम पर कुछ नहीं बचा है. वहां खून-खराबा हो रहा है और महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है. इतना ही नहीं, पुलिस लोगों पर लाठी चार्ज कर रही है.

7. सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित सैकड़ों लोगों ने भागीरथी नदी पार कर मालदा में शरण ली है. स्थानीय प्रशासन ने दंगा प्रभावित परिवारों के लिए आश्रय और भोजन की व्यवस्था की है. उन्हें स्कूलों में शरण दी है. साथ ही मुर्शिदाबाद से नावों से आने वालों की सहायता के लिए नदी तट पर स्वयंसेवकों को तैनात किया है.

8. अपने परिवार के चार अन्य सदस्यों के साथ मुर्शिदाबाद से पलायन करने वाली एक युवती ने बताया, ‘‘हम धुलियान के मंदिरपाड़ा इलाके से इसलिए भागे क्योंकि हमारे घरों में आग लगा दी गई थी. महिलाओं और लड़कियों के साथ बाहरी लोगों तथा कुछ स्थानीय लोगों के एक समूह ने छेड़छाड़ की थी.’’

9. महिला ने दावा किया, ‘‘उन्होंने बम फेंके, हमें वक्फ (संशोधन) अधिनियम के लिए दोषी ठहराया और हमें तुरंत अपने घर छोड़ने के लिए कहा. उन्होंने हमारे घर के पुरुषों को पीटा. हम अपनी जान को लेकर डरे हुए थे और केंद्रीय बलों की मदद से अपने घरों से भागे.’’

10. देवनापुर-सोवापुर ग्राम पंचायत की प्रधान सुलेखा चौधरी ने बताया कि शुरू में कुछ लोग (हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद से) नावों में आ रहे थे, लेकिन शुक्रवार दोपहर से इस संख्या में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘शनिवार रात तक आने वाले लोगों की संख्या 500 को पार कर गई, जिनमें से अधिकतर महिलाएं थीं.’’ चौधरी ने बताया कि इन लोगों को इलाके के स्कूलों में आश्रय दिया गया है और उनके लिए भोजन की व्यवस्था की गई है.

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