MP Pappu Yadav controversial statement over Maha Kumbh stampede made serious allegations against up government
Pappu Yadav Remarks: लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार (04 फरवरी) को लोकसभा में एक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने महाकुंभ मेले में राजनेताओं और धनी लोगों के मरने की कामना की, ताकि उन्हें “मोक्ष” मिल सके. पप्पू यादव ने यह बयान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान दिया, जिसमें उन्होंने 29 जनवरी को कुंभ मेले में भगदड़ की घटना का जिक्र किया.
उन्होंने अपने बयान में कहा, “मैं ‘बाबा’ का नाम नहीं लूंगा, लेकिन उन्हें उद्धृत करूंगा. उन्होंने कहा कि भगदड़ में मरने वाले सभी लोग ‘मोक्ष’ प्राप्त कर चुके हैं. इसलिए, मैं चाहता हूं कि अधिकांश ‘बाबा’, राजनेता और बड़े पैसे वाले लोग भी संगम में डुबकी लगाएं और ‘मोक्ष’ प्राप्त करें. मैं कह रहा हूं कि ऐसे ‘बाबाओं’ को ‘मोक्ष’ मिलना चाहिए.”
कुंभ भगदड़ और शवों का दावा
पप्पू यादव ने दावा किया कि 29 जनवरी को प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ में मारे गए लोगों की संख्या सरकार की ओर से बताई गई संख्या से काफी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि 300 से 600 शव निकाले गए थे और उनका हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार नहीं किया गया. हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हुए थे.
विपक्ष का हंगामा
कुंभ मेले में भगदड़ की घटना पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा. विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाते हुए सरकार से मृतकों की सही संख्या बताने की मांग की. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार मृतकों की संख्या छिपा रही है और इस आयोजन में “मिसमैनेजमेंट” को उजागर करने की मांग की. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों की सूची की मांग की.
बीजेपी की प्रतिक्रिया
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि इस घटना के पीछे साजिश की बू आ रही है और जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.