MP CM Mohan Yadav Reaction On speculation to Kamlesh Pratap Shah becoming minister in Cabinet ANN
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा में उपचुनाव जीतने के बाद कमलेश प्रताप शाह (Kamlesh Pratap Shah) को डॉक्टर मोहन यादव (Mohan Yadav) मंत्रिमंडल में शामिल करने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. इस बीच मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने बयान से इस हलचल को दो साल के लिए शांत कर दिया है. सीएम मोहन का कहना है कि सरकार पांच साल के लिए है और अभी दो साल सिर्फ छिंदवाड़ा के विकास पर फोकस किया जाएगा.
अमरवाड़ा उपचुनाव में जीत के बाद जनता का आभार जताने और कई योजनाओं के भूमि पूजन और लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव मंगलवार को अमरवाड़ा पहुंचे थे. उन्होंने अमरवाड़ा में कृषि मंडी, व्यापार और आम लोगों की सुविधा से जुड़े कई कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया. मोहन यादव ने इस मौके पर जनता को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी के विधायक कमलेश प्रताप शाह ने कई बातें उनके सामने रखी है, जिसे वह धीरे-धीरे पूरा करने जा रहे हैं.
कमलेश शाह को मंत्री बनाने पर क्या बोले सीएम?
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 128 करोड़ के नए कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने कमलेश प्रताप शाह को मंत्री बनाने के सवाल पर भी सटीक जवाब दिया. मोहन यादव ने कहा कि सरकार पांच साल के लिए है, अभी दो साल तक सिर्फ अमरवाड़ा और छिंदवाड़ा का विकास करना है. इसके बाद सभी अन्य बातों पर विचार किया जाएगा. कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए छह बार के विधायक रामनिवास रावत को हाल ही में डॉक्टर मोहन यादव सरकार में मंत्री बनाया गया है.
ऐसे में उनके मंत्री पद की शपथ लेने के बाद ही कमलेश्वर प्रताप शाह के भी चुनाव जीतने के बाद मंत्री बनने की संभावना जताई जा रही थी. मुख्यमंत्री मोहन यादव के मंत्रिमंडल में फिलहाल तीन मंत्रियों की जगह खाली है. वह अपने मंत्रिमंडल में 34 मंत्री रख सकते हैं, जबकि रामनिवास रावत को मिलाकर उनका मंत्रिमंडल 31 मंत्रियों का ही है. मुख्यमंत्री के बयान के बाद कमलेश प्रताप शाह का फिलहाल मंत्री बनना टल गया है.
कांग्रेस के कटाक्ष के बाद बदली रणनीति?
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए विधायक रामनिवास रावत को कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई जाने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर कटाक्ष किया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के विधायक को मोहन यादव सरकार में मंत्री बना दिया गया है. पीसीसी अध्यक्ष ने यह भी कहा था कि गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह जैसे 25 वरिष्ठ विधायक मंत्री पद के दौड़ में शामिल है, मगर बीजेपी सरकार कांग्रेस के विधायक को मंत्री बना रही है.
इन बयानों के बाद बीजेपी ने अपनी रणनीति में थोड़ा बदलाव किया है. हालांकि, प्रदेश बीजेपी के सह मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना का कहना है कि जब भी मंत्रिमंडल विस्तार होगा, तब कई नाम के बीच कमलेश प्रताप शाह के नाम पर भी विचार किया जाएगा.