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कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा, “मैं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का सम्मान करता हूं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, कांग्रेस के महासचिव भी रहे. सचमुच में मेरे लिए यह बड़ा प्रसन्नता का विषय है कि आदरणीय चाचा साहब मुझे और मेरे बयानों को इतनी नजदीकी से देखते हैं, इसके लिए उनका आभार और दूसरी तरफ उनके बयान का सवाल है, कांग्रेस बयान का सवाल है, उनके नेताओं के बयान का सवाल है तो सब डरने डराने की बातें करते हैं.
‘प्रदेश को विनाश की कगार पर छोड़ दिया था’
उन्होंने आगे कहा, “मैं कहना चाहूंगा कि आदरणीय दिग्विजय सिंह, अगर डर किसी को लगता है तो बुधनी की जनता को आपके उन 10 सालों से लगता है, जिसमें आपने प्रदेश को विनाश की कगार पर छोड़ दिया था, अगर डर किसी को लगता है तो टूटे गड्ढे वाली सडक़ों से लगता है. अगर डर किसी को लगता है तो मुश्किल से बिजली आने वाले हालातों से डरते है, हम आपके शासनकाल से, सीखना भी चाहते थे, लेकिन 10 सालों कोई ऐसा काम हुआ नहीं, जिससे हम कुछ सीख सके.”
कार्तिकेय का यह वीडियो हुआ था वायरल
कार्तिकेय सिंह चौहान का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा था, “अपनी पोलिंग में गड़बड़ी करके हम क्यों अपनी इज्जत खराब करें. क्या हम को नहीं जाना काम कराने के लिए मुख्यमंत्री जी के पास, क्या हम नहीं जाना काम कराने के लिए कृषि मंत्री के पास. बताइए सरपंच जी, कैसे कराएंगे आप काम. जवाब दीजिए. यदि उन्नीसा-बीसां हुआ तो हम किस मुंह से अपने नेताओं के पास काम कराने जाएंगे. अगर गलती से भी कांग्रेस का विधायक आ जाता है तो एक ईंट गांव में नहीं लगने वाली है समझ लेना आप सब.”
दिग्विजय सिंह ने दी थी समझाइश
कार्तिकेय सिंह चौहान के बयान पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने X पर समझाइश देते हुए लिखा, “कार्तिकेय अभी से इस प्रकार का भाषण ना दो. अपने पिता शिवराज सिंह चौहान जी से सीखें. लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों मिलकर भारत निर्माण में सहयोग करते हैं. 10 साल तक मैं मुख्यमंत्री रहा, लेकिन मैंने इस प्रकार की भाषा का कभी उपयोग नहीं किया, आपके पिता गवाह हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “पंचायत राज कानून में निर्माण काम करने के जिम्मेदार सरपंच की होती है ना कि विधायक की ओर आप तो अभी ना सरपंच हैं ना विधायक. आप मेरे पुत्र नहीं पोत्र समान हैं. यह मेरी राय है आप मानें न मानें आप जानें.आपके पिता गवाह हैं