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Modi 3.0 Cabinet Shivraj Singh Chauhan Manohar Lal Ashwini Vaishnav now going to handle Most Important Ministries in Modi Cabinet


शपथ ग्रहण के बाद नरेंद्र मोदी सरकार तीसरी पोर्टफोलियो अलॉटमेंट हो गया है. 72 मंत्रियों ने शपथ ली. हमें यह तो पता चल गया है कि वह कौन से दफ्तर में काम करने वाले हैं, लेकिन आपको यह भी बता दे कि पिछली बार की सरकार के मुकाबले पोर्टफोलियो एलोकेशन में सरकार ने सबसे ज्यादा समय लिया है. इस बार सरकार ने पोर्टफोलियो एलोकेशन के 24 घंटे का समय लिया. 

लल्लन टॉप के मुताबिक 2014 में जब एनडीए की सरकार बनी थी तब मंत्रालय बांटने में 17 घंटे का समय लगा था. 2019 में सरकार बनने और मंत्रालय बांटने के बीच का अंतर मात्र 15 घंटे का था. वहीं 2004 में यह अंतर 16 घंटे 20 मिनट का हुआ. कुल मिलाकर पिछली पांच सरकारों के मुकाबले इस सरकार में मंत्रालय बांटने में सबसे ज्यादा समय लगा है.

किसे मिलेगा कौन सा मंत्रालय

बात करें कैबिनेट में चार बड़े मंत्रालय की तो इसमें कोई भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है. फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ही रहेंगी, गृहमंत्री अमित शाह रहेंगे और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ही रहने वाले हैं और विदेश मंत्री डॉ जयशंकर ही हैं, लेकिन वो कौन-कौन से मंत्री हैं, जिनपर मोदी सरकार ने ज्यादा भरोसा किया है और उन्हें ज्यादा जिम्मेदारियां सौंपी हैं. माना जा रहा है कि इनका डबल प्रमोशन हआ है. आइये जानते हैं.

इन्हें मिली ज्यादा जिम्मेदारियां 

बात करें उन नेताओं की जिनको मोदी कैबिनेट में ज्यादा जिम्मेदारियां मिली है. इनमें कई नाम शामिल है सबसे पहले बात करते हैं शिवराज सिंह चौहान की जिनको कृषि मंत्रालय के साथ-साथ ग्रामीण विकास मंत्रालय भी मिला है. वहीं हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की बात करें तो उनको ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्रालय मिला है. दोनों ही पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं. वहीं तीसरी सबसे बड़े मंत्रालय की बात करें को वहीं जीतन राम मांझी को खास और बड़ी मिनिस्ट्री दी गई है और वह है एमएसएमई, यानी की लघु उद्योग मंत्रालय. 

अश्विनी वैष्णव को मिला रेल मंत्रालय

कयास लगाए जा रहे थे की रेल मंत्रालय नीतीश कुमार के पास जाएगा, लेकिन मोदी कैबिनेट में ये मंत्रालय अश्विनी वैष्णव के पास गया. अश्विनी वैष्णव के पास न केवल रेल मंत्रालय बल्कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और आईटी मिनिस्ट्री भी गई है. वहीं जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय और केमिकल एंड फर्टिलाइजर मंत्रालय भी मिला है वही बात करते हैं निर्मला सीतारमण की तो वित्त एवं कॉरपोरेट मंत्रालय इनके पास है 

कैबिनेट में नहीं होंगे अनुराग ठाकुर

वही रेलवे मिनिस्ट्री अश्विनी वैष्णव के पास की गई है. वही इंफॉर्मेशन ब्रॉडकास्टिंग आईटी उनके पास ही था और वे इसे कंटिन्यू करेंगे. वहीं अनुराग ठाकुर इस बार कैबिनेट में नहीं होंगे यानी की पार्टी उन्हें संगठन में कोई बड़ी भूमिका दे सकती है. इसके पहले अनुराग ठाकुर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय संभाल रहे थे. अनुराग ठाकुर को कैबिनेट में मंत्रालय न मिलके के पीछे का कारण यह भी हो सकता है कि जेपी नड्डा की कैबिनेट में वापसी हुई है. जेपी नड्डा पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, लेकिन अब स्वास्थ्य मंत्रालय संभालेंगे. 

नितिन गडकरी और पीयूष गोयल को मिले ये मंत्रालय

वहीं नितिन गडकरी को रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मिला है. जो की उनके पास पहले भी था. वही पीयूष गोयल को कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का मंत्रालय मिला है यही मंत्रालय इनके पास पहले भी था. 

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