migrant Kashmiri Pandit voters increase after article 370 can vote if living out from Jammu Kashmir in Lok sabha election 2024
Migrant Kashmiri Pandit: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी जोरों शोरों पर है. राजनीति पार्टियों से लेकर चुनाव आयोग भी शांतिपूर्वक मतदान कराने को लेकर तैयरियों में जुटी हुई है. इस लोकसभा चुनाव में कश्मीर की तीन लोकसभा सीटों पर 1.13 लाख प्रवासी कश्मीरी पंडित वोट डालेंगे. राहत और पुनर्वास विभाग के जोनल अधिकारी और कैंप कमांडेंट ने प्रवासी मतदाताओं से बड़ी संख्या में वोट डालने की अपील की.
1.13 लाख प्रवासी कश्मीरी पंडित करेंगे वोटिंग
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, “सभी प्रवासी मतदाताओं से हमारी अपील है कि वे बड़ी संख्या में मतदान में भाग लें और अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करें. हमने सभी प्रवासी मतदाताओं के लिए जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था की है.” रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर की तीन लोकसभा सीटों के लिए लगभग 14,000 नए प्रवासी कश्मीरी पंडित मतदाताओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जिससे अब कुल आंकड़ा 1.13 लाख हो गया है.
पिछले चुनाव में बीजेपी को मिले थे अधिकतर वोट
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में लगभग 99 हजार प्रवासी कश्मीरी पंडितों ने मतदाता के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया था. उनके वोटों में से 86 फीसदी वोट बीजेपी को मिले थे. प्रवासी कश्मीर पंडित वे हैं, जिन्होंने 1990 के दशक में बड़े पैमाने पर आतंकवाद के कारण कश्मीर घाटी छोड़ दी थी. जम्मू-कश्मीर सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, कश्मीर में आतंकवादी हिंसा के कारण 60,000 परिवार पलायन कर गए थे, जिसमें 40 हजार 112 हिंदू परिवार, 2,684 मुस्लिम और 1,730 सिख परिवार शामिल थे.
राहत और पुनर्वास विभाग मतदान को लेकर जम्मू और उधमपुर के अलग-अलग क्षेत्रों में कश्मीरी प्रवासियों, विशेष रूप से पंडितों के लिए विशेष जागरूकता शिविर आयोजित कर रहा है. ताकि वे कश्मीर घाटी के बाहर विभिन्न स्थानों से अपना वोट डाल सकें.
कैसे कर सकते हैं वोटिंग?
पुनर्वास विभाग के जोनल अधिकारी ने कहा, प्रवासी वोटर दो तरह के मतदान कर सकते हैं. सबसे पहले वे एम-फॉर्म भरकर शेष मतदान केंद्रों में मतदान कर सकते हैं. दूसरा वे डाक मतपत्रों के जरीय भी वोटिंग कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें फॉर्म-12सी भरना होगा.
रिपोर्ट के अनुसार प्रवासी कश्मीरी पंडित मतदाताओं के लिए 26 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें से 21 जम्मू में, चार दिल्ली में और एक उधमपुर में स्थापित किए गए हैं.
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