Meerut medial collage four staff service terminated over death of a patient writhing on the floor ann
Meerut News Today: मेरठ के मेडिकल कॉलेज में फर्श पर तड़पते मरीज के मामले में लापरवाही पर एक्शन हो गया है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले चार वार्ड ब्वॉय की सेवा समाप्त कर दी है. इस मामले की गूंज लखनऊ तक पहुंच गई थी और इसलिए तय माना जा रहा था कि कार्रवाई तो होगी और जरूर होगी. इस एक्शन से कड़ा संदेश जाएगा.
मेरठ मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में 12 मई को मरीज सूरज के फर्श पर लहूलुहान हालत में पड़े होने और तड़पने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. इस वीडियो को जिसने भी देखा उसी में गुस्सा भर गया. फर्श पर तड़पते मरीज को देखकर अमानवीयता तार-तार होती नजर आ रही थी. कुछ ही देर में ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी. इस वीडियो ने जहां मेरठ मेडिकल कॉलेज की लापरवाही को उजागर किया वहीं मानवता को भी तार-तार किया. इस वीडियो ने मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्थाओं की पोल खोल दी थी और लापरवाही और नकारापन को भी उजागर किया था.
लापरवाह चार वार्ड ब्वॉय पर हुआ एक्शन
मेडिकल कॉलेज में खून से लथपथ मरीज सूरज के साथ अमानवीयता की हद पार करने की वीडियो मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर आर सी गुप्ता के पास भी पहुंच गई. उन्होंने इस मामले में दो सदस्यीय टीम गठित की तो चार वार्ड ब्वॉय की घोर लापरवाही सामने आ गई. इस मामले में प्राचार्य प्रोफेसर आर सी गुप्ता ने बाबर ब्वॉय आकाश, विकास, रोहन और मांगे की सेवा समाप्त कर दी. प्राचार्य का कहना है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और कड़ी कार्रवाई से लापरवाह स्टाफ को कोई नहीं बचा पाएगा.
ऑक्सीजन के अभाव में मरी इंदिरा देवी के मामले में एक्शन कब?
मेरठ मेडिकल कॉलेज में फर्श पर तड़पते मरीज की वीडियो वायरल होने के मामले में तो एक्शन हो गया है, लेकिन सवाल उठ रहा है कि मेडिकल की इमरजेंसी में ऑक्सीजन के खाली सिलेंडरों से ऑक्सीजन देने से हुई महिला इंद्रा देवी की मौत के मामले में कब एक्शन होगा?
क्या इंदिरा देवी की मौत के मामले में भी कड़ा एक्शन होगा या फिर खानापूर्ति की जाएगी. इस पर सबकी नजरें टिकी हैं. जिन इंद्रा देवी की ऑक्सीजन के अभाव में मौत का आरोप परिजन लगा रहे हैं उनके पति त्रिलोक चंद ने रिटायरमेंट तक अपनी सेवाएं इसी मेडिकल में दी थी, लेकिन जब उनकी पत्नी को इलाज की जरूरत पड़ी तो जिन चार सिलेंडर से ऑक्सीजन दी गई बद किस्मती से वो चारों ही खाली थी. ये मामला भी गरमाया हुआ है.
ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: गाजीपुर में यादव वोटर्स को साधने की तैयारी, सीएम मोहन यादव संभालेंगे मोर्चा