Manipur Violence Gangrape Fake Video Was Not The Reason Behind Manipur Incident Women Parade Police Officials Told Truth
Manipur Violence: मणिपुर से करीब दो महीने पहले का जो वीडियो सामने आया है, उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस घटना पर देशभर में बवाल के बाद अब आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है. मुख्य आरोपी समेत चार लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं. इस घटना को लेकर एक बात सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि एक फेक वीडियो के चलते ऐसा किया गया. जिसमें दूसरे समुदाय की महिलाओं से रेप की बात कही गई थी. अब इस दावे को पुलिस अधिकारियों ने खारिज कर दिया है.
3 मई से हुई थी हिंसा की शुरुआत
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 4 मई को जिन महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया था, उन पर ये हमला पिछली रात को हुए बवाल की एक प्रतिक्रिया थी. दरअसल 3 मई से मणिपुर में हिंसा की शुरुआत हुई थी, इस दौरान हमलावर लगातार कई गांवों में घूमते रहे. तभी उन्होंने फीनोम गांव की दो महिलाओं को पकड़ा और उनके कपड़े उतारकर परेड करवाई. इसके पीछे का कारण किसी भी तरह का फर्जी वीडियो नहीं था.
घटना के एक दिन बाद वायरल हुआ था वीडियो
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जिस फर्जी वीडियो का जिक्र किया जा रहा है, वो 5 मई को ट्विटर पर फैलाया गया था. उसी दिन मणिपुर के डीजीपी ने इस वीडियो को लेकर सफाई भी दी थी, जिसमें कहा गया था कि चुराचांदपुर में बलात्कार की शिकार महिला का कथित वीडियो फर्जी था. जबकि महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना इससे एक दिन पहले यानी 4 मई की थी.
एक साल पहले का वीडियो वायरल
दरअसल जो फेक वीडियो वायरल किया गया था, उसमें एक महिला की लाश को दिखाया गया था. इसके साथ दावा किया गया था कि चुराचांदपुर में महिला के साथ बलात्कार किया गया और बात में उसकी हत्या कर दी गई. बाद में बताया गया कि ये शव नवंबर 2022 में मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे के पास एक लाल ट्रॉली बैग में फेंक दिया था, जिसे मणिपुर का बताकर वायरल किया गया.
बता दें कि मणिपुर में कुकी और मैतई समुदाय के बीच पिछले करीब दो महीने से संघर्ष चल रहा है. इस हिंसा में अब तक 140 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं हजारों लोग विस्थापित हुए हैं. राज्य में सेना और अर्धसैनिक बलों की कई टुकड़ियां तैनात हैं.
ये भी पढ़ें – Manipur Violence: वायरल वीडियो मामले में 4 अरेस्ट, दो महीने तक क्या कर रही थी मणिपुर पुलिस? सीनियर अधिकारी ने दिया जवाब