Manipur Political Crisis Governor accepts N Biren Singh resignation said continue till alternative arrangements made
N Biren Singh Resign: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार (9 फरवरी 2025) को इंफाल के राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफा देने के दौरान उनके साथ प्रमुख मंत्री, विधायक और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद थे. राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और उनकी मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. हालांकि, उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्था होने तक सिंह को पद पर बने रहने का अनुरोध किया.
इस्तीफे में बीरेन सिंह ने क्या कहा?
इस्तीफे में बीरेन सिंह ने लिखा,”मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है. मैं केंद्र सरकार का आभारी हूं, जिसने राज्य के विकास कार्यों और सुरक्षा के लिए समय पर हस्तक्षेप किया.”
केंद्र सरकार से इन मुद्दों पर ध्यान देने की अपील की
-मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखना,जो हजारों वर्षों से एक समृद्ध और विविध सभ्यता रही है.
-सीमा पर घुसपैठ रोकने और अवैध अप्रवासियों के निर्वासन के लिए नीति तैयार करना.
-ड्रग्स और नार्को-आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखना.
-बायोमेट्रिक सत्यापन के साथ एफएमआर (फ्री मूवमेंट रेजीम) को सख्ती से लागू करना.
-तेज और सख्त सीमा सुरक्षा सुनिश्चित करना.
विधानसभा निलंबन की सिफारिश
बीरेन सिंह ने राज्य विधानसभा को निलंबित करने की सिफारिश भी की. इस्तीफे से पहले, बीरेन सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद ही उन्होंने इस्तीफे की घोषणा की. बीजेपी सांसद संबित पात्रा, राज्य के मंत्री और विधायक राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात की.
मणिपुर में हिंसा और इस्तीफे की पृष्ठभूमि
मणिपुर पिछले 20 महीनों से जातीय हिंसा की चपेट में है, जहां मैतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष जारी है. इस हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. स्थानीय विपक्ष और नागरिक संगठनों ने लगातार मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की थी. बीरेन सिंह सरकार हिंसा पर नियंत्रण पाने में विफल रही, जिससे उन पर दबाव बढ़ता गया. अब सवाल यह है कि क्या बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य में शांति लौटेगी? और अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?