Maharashtra Elections 2024 Shankaracharya Avimukteshwaranand Big Statement on Making Uddhav Thackeray CM Know what he says
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने शिष्टाचार और आशीर्वाद के बीच का अंतर बता दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने उद्धव ठाकरे को सीएम बनाने को लेकर भी बड़ी बात कह दी है. उनसे जब यह पूछा गया की अनंत और राधिका अंबानी की शादी में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके पैर छुए तो उसे उन्होंने शिष्टाचार बताया, लेकिन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उनके पैर छूते हैं तो वह उन्हें आशीर्वाद देते हैं.
न्यूज तक से बातचीत के दौरान शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि इसमें कोई भी अंतर नहीं है. वह बोले कि उद्धव ठाकरे ने परंपरा का निर्वाह किया. उन्होंने पहले हमारे पास प्रार्थना भेजी कि वह चाहते हैं कि हमारे चरण उनके घर में पहुंचे.
शंकराचार्य ने बताया कि कई बार इस बात को टाला गया, जिससे बातों की गहराई का पता चले, लेकिन कई बार विनती के बाद उन्होंने पूजा पाठ करवाई और हमने उन्हें आशीर्वाद दिया. इस दौरान उन्होंने कोई भी राजनीतिक बात नहीं की.
उद्धव ठाकरे ने वही परंपरा निभाई जो हर हिंदू किसी आचार्य के आने पर निभाता है. इसके बाद हमने उन्हें आशीर्वाद दिया और जहां तक नरेंद्र मोदी की बात है उन्होंने भी शिष्टाचार का निर्वाह किया उसके बदले हमने भी शिष्टाचार निभाया.
शंकराचार्य की ओर से यह कहा गया था कि जब तक उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं बन जाते तब तक महाराष्ट्र के लोगों को चैन नहीं मिलेगा. इसी पर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उस दौरान वह 10 दिन की अष्टविनायक यात्रा कर रहे थे. उस दौरान कई महाराष्ट्र के लोग उनसे आकर मिले थे और लोगों ने उद्धव ठाकरे के सीएम बनने को लेकर बात कही थी. वही बात की छाप उनके अंदर पड़ गई, जिसके बाद उन्होंने यह बयान दिया था.
शंकराचार्य बोले, “इस बात को लेकर राजनीति में क्या हो रहा है उसका विश्लेषण हम नहीं करते हैं. राजनीति में कब, कहां और क्या हो रहा है वह कोई नहीं जानता.” शंकराचार्य ने कहा कि उन्होंने यह बात धर्मशास्त्र की दृष्टि से कही थी. क्योंकि हिंदुओं के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए.
शंकराचार्य ने कहा कि हमने जो कहा था. हम उस बात पर कायम है और हमेशा कायम रहेंगे क्योंकि वही सत्य है.
Published at : 23 Sep 2024 03:00 PM (IST)