Maharashtra Election Results Devendra Fadnavis Leads the Race for CM as Satta Bazaar Predicts
Maharashtra CM: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को जारी हुए 5 दिन हो गए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
चुनावी नतीजों से पहले फलोदी सट्टा बाजार में मुख्यमंत्री पद की रेस को लेकर कई कयास लगाए गए थे. सट्टा बाजार में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे देवेंद्र फडणवीस का नाम चल रहा है.
फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान: फडणवीस पर भारी दांव
फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार, मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे अधिक दांव देवेंद्र फडणवीस पर ही लगाए गए हैं. सट्टा बाजार में फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने की संभावना को लेकर 57 पैसे का भाव देखा गया है, जो कि उनकी प्रमुखता को दर्शाता है. ऐसे में, आगामी दिनों में मुख्यमंत्री पद को लेकर सट्टा बाजार के अनुमान और राजनीतिक घटनाक्रम पर सभी की निगाहें टिकी होंगी.
महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को लेकर एग्जिट पोल में क्या अनुमान?
एग्जिट पोल्स अमूमन पार्टियों के चुनावी प्रदर्शन के अनुमान को लेकर की जाती है. लेकिन JVC एग्जिट पोल में इस बात का अनुमान लगाया गया है कि महाराष्ट्र की सत्ता में जनता किसे देखना चाहती है. JVC की ओर किए गए हालिया सर्वे में महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को लेकर जनता की पसंद सामने आई है. सर्वे के अनुसार, 32.6% लोग एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री के रूप में समर्थन दे रहे हैं. वहीं, देवेंद्र फडणवीस को 18.7% लोग मुख्यमंत्री के रूप में पसंद कर रहे हैं, जबकि नाना पटोले को 7.2% समर्थन मिल रहा है. ये आंकड़े मुख्यमंत्री पद के लिए एक कड़ी टक्कर का संकेत देते हैं, जिसमें शिंदे सबसे अधिक लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभरकर सामने आ रहे हैं.
एकनाथ शिंदे का बयान: अमित शाह के लिए खास संदेश
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा और शिवसेना के बीच समीकरण भी बदलते नजर आ रहे हैं. एकनाथ शिंदे ने चुनावी नतीजों से पहले भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह के लिए एक संदेश दिया था, जिसमें उन्होंने यह स्पष्ट किया था कि उनकी पार्टी और भाजपा के बीच मजबूत तालमेल है और वे मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी विवाद से परे हैं. उन्होंने कहा था कि बीजेपी आलाकमान जो फैसला लेगी वह उसे मानेंगे.
अब जब चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं, सट्टा बाजार के अनुमान और राजनीतिक समीकरण पर आने वाली प्रतिक्रियाएं अहम होंगी. चाहे जो भी स्थिति हो, महाराष्ट्र में सत्ता की नई धारा के निर्माण के लिए सभी दलों की तरफ से कड़ी कवायद शुरू हो चुकी है और यह देखना बाकी है कि कौन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठता है.
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