Maharashtra Assembly Election Know Shiv Sena UBT Chief Uddhav Thackeray Delhi Visit Purpose Sharad Pawar Gandhi Family And Arvind Kejriwal
Uddhav Thackeray Delhi Visit: महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं. मुंबई का मातोश्री बंगला जो उद्धव ठाकरे का घर है, कभी ये बंगला महाराष्ट्र की राजनीती का केंद्र बिंदु हुआ करता था. स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के जमाने में बड़े-बड़े नेता मातोश्री आया करते थे पर अब जमना बदल गया और खुद उद्धव ठाकरे घर से बाहर निकलकर दिल्ली पहुंच गए.
दिल्ली पहुंचे उद्धव ठाकरे ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की. लोकसभा चुनाव के बाद उनकी इस परिवार से पहली मुलाकात थी. बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने के बाद ठाकरे और गांधी परिवार एक दुसरे से जुड़ गए. उद्धव ठाकरे सोनिया गांधी को उनको घर जाकर मिले तो मल्लिकार्जुन खरगे के घर राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात हुई.
शरद पवार से भी हुई उद्धव ठाकरे की मुलाकात
उद्धव ठाकरे मुंबई की धारावी को लेकर आक्रमक हैं पर दूसरी तरफ शरद पवार दस दिन में तीन बार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुलाकात की. इसमें से एक मुलाकात में पवार के साथ अडाणी ग्रुप के कुछ लोग मौजूद थे. इसलिए, पवार की भूमिका पर संशय जताया जा रहा था. वहीं, दिल्ली में ठाकरे पवार की मुलाकात मे यह संशय दूर हो गया. शरद पवार को ठाकरे ने धारावी के बारे मे ज्यादा जानकारी दी, जिससे पवार को पता चला की यह प्रोजेक्ट मुंबई के लिए कितना नुकसान भरा हो सकता है. धारावी के पुनर्विकास का सारा काम उद्योगपति गौतम अडाणी को दिया गया है. शिवसेना-यूबीटी धारावी पुनर्विकास परियोजना का विरोध कर रही है.
अरविंद केजरीवाल की पत्नी से भी मिले उद्धव ठाकरे
INDIA गठबंधन से जुड़ने के बाद दिल्ली दौरे पर आए उद्धव ठाकरे ने अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से भी मुलाकात की. इतना ही नहीं उन्होंने केजरीवाल के माता-पिता से मिलकर उनका हाल चाल जाना. यह बैठक करीब 30 मिनट तक चली. इससे एक दिन पहले सांसद संजय सिंगने भी उद्धव ठाकरे से मिले थे.
ठाकरे के दिल्ली दौरे पर क्या क्या हुआ ?
1. विधानसभा की रणनीति को लेकर दिल्ली में अहम बैठक हुई.
2. अगले महीने के भीतर सीटें आवंटित कर दी जाएं, इस बात पर चर्चा हुई.
3. कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा इस पर सभी की सहमति होनी चाहिए, अगर कुछ सीटों पर तीन-तीन दावेदारियां हैं तो उसे मिलजुल कर निपटाना चाहिए.
4. सीटों के आवंटन के बाद सभी को मजबूती के साथ प्रचार के लिए आगे आना चाहिए.
5. लोकसभा चुनाव के नतीजों बाद संभागवार आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत वाले को प्राथमिकता दी जाएगी.
6. हर पार्टी से सर्वे कराया गया है, लेकिन सर्वे के साथ-साथ हर पार्टी की ताकत के हिसाब से सीटों का आवंटन किया जाएगा.
7. चुनाव के बाद ही महाविकास अघाड़ी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा अंतिम होगा.
8. महाराष्ट्र में ठाकरे पवार और कांग्रेस के साथ “आप और सपा“ जैसी पार्टियां मदद करेंगी.
9. इस बात पर सभी एकमत हैं कि बीजेपी को हराना ही महाविकास अघाड़ी का एकमात्र उद्देश्य है.
10. पवार/ठाकरे की बैठक में अडाणी और धारावी को लेकर गलतफहमियां दूर हुईं.
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