Loksabha Elections 2024 Opposition Party Meeting In Bengaluru Congress Not Interested In PM Post Latest Update – कांग्रेस को प्रधानमंत्री पद में नहीं है दिलचस्पी: बेंगलुरु में विपक्ष दलों की बैठक में बोले मल्लिकार्जुन खरगे
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) में बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष के 26 दल एक साथ आए हैं. बेंगलुरु में 18 जुलाई को हुई बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम INDIA रखने का प्रस्ताव रखा गया है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बताया कि INDIA यानी इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस. विपक्षी दलों की औपचारिक बातचीत मंगलवार सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक हुई.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उनकी पार्टी को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है. बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के अध्यक्ष और पार्टी नेता पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य भाग रहे हैं. बैठक में खरगे ने कहा, “हम 26 पार्टियां हैं, 11 राज्यों में अपनी-अपनी सरकार है. बीजेपी को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं, उसने सहयोगियों के वोटों का इस्तेमाल किया और फिर उन्हें त्याग दिया.”
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सूत्रों ने कहा कि विपक्षी मोर्चे के लिए जिन नामों पर विचार किया जा रहा है उनमें से एक नाम I – N – D – I – A (भारतीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक समावेशी गठबंधन) है. हालांकि, वाम दलों ने ‘गठबंधन’ शब्द पर पुनर्विचार की मांग की है.
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बेंगलुरु में एकत्र हुए नेताओं ने मंगलवार की बंद कमरे में होने वाली वार्ता के एजेंडे को औपचारिक रूप देने के लिए सोमवार को डिनर के दौरान चर्चा की. सूत्रों ने कहा कि ऐसी संभावना है कि यूपीए की अध्यक्ष रह चुकीं सोनिया गांधी को मोर्चे का अध्यक्ष और नीतीश कुमार को संयोजक नामित किया जाएगा.
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विपक्ष की इस दो दिवसीय बैठक में सोनिया गांधी के अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद शामिल हुए. इसके साथ ही एनसीपी नेता शरद पवार भी इस बैठक में मौजूद रहे. शरद पवार के भतीजे अजित पवार इसी महीने की शुरुआत एनसीपी में बगावत के बाद बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए और डिप्टी सीएम बन गए हैं.
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सूत्रों ने कहा कि सभी दलों से मोर्चे का नाम सुझाने को कहा गया है, जिसमें “भारत” शब्द होना चाहिए. इसकी टैग लाइन “यूनाइटेड वी स्टैंड” होगी. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के लिए भी सुझाव मांगे गए हैं. यह भी कहा गया कि राज्यों के विषय को अलग रखा जाना चाहिए.
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इससे पहले सोमवार को बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में डिनर बैठक में ममता बनर्जी और सोनिया गांधी एक-दूसरे के बगल में बैठी थीं. सूत्रों ने बताया कि पहले उनकी अलग बातचीत हुई, जो लगभग 20 मिनट तक चली. इसके बाद विपक्षी दलों की बैठक हुई.
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पहली बैठक में जनता दल यूनाइटेड (JDU), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), आम आदमी पार्टी (AAP), द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK), तृणमूल कांग्रेस (TMC), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सिस्ट CPM, CPI (ML), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP), नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), सपा, JMM और NCP शामिल हुए थे.
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इस बार विपक्षी कुनबे को और मजबूत करने के लिए 8 और दलों को न्योता भेजा गया. इनमें मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK), कोंगु देसा मक्कल काची (KDMK), विदुथलाई चिरुथिगल काची (VCK), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मणि) ने हामी भरी है.
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विपक्ष की दूसरी बैठक के लिए जगह का चुनाव सावधानीपूर्वक कांग्रेस ने किया. कांग्रेस ने इस बैठक के लिए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु को चुना. कर्नाटक में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की थी. इस जीत के बाद पार्टी कुछ हद तक मजबूत स्थिति में आ गई.
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने कहा, “बीजेपी से लड़ने की इच्छाशक्ति और साहस रखने वाली सभी पार्टियों का स्वागत है.” उन्होंने कहा, “पटना में 16 से बेंगलुरु में 26 तक, यह विरोध बढ़ेगा… हमारी कई और बैठकें होंगी. मुद्दों पर अभी चर्चा होगी और हम बाद में नेताओं पर विचार करेंगे.”