Lok Sabha Elections 2024: Candidates For The Second Phase Filed Their Affidavits And Gave Information About Assets – लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण के लिए ये हैं धनकुबेर! कांग्रेस उम्मीदवार सबसे अमीर
19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पहले चरण में मतदान होना है. इसके चलते 17 अप्रैल यानी बुधवार की शाम से पहले चरण का प्रचार अभियान थम गया है. दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा. वहीं, दूसरे चरण में चुनावी मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों ने अपने हलफनामे में कई खुलासे किए हैं. हलफनामे से यह पता चला है कि चुनाव में कई ‘धन कुबेर’ भी उतरे हैं. अब सवाल है कि दूसरे चरण में कौन से उम्मीदवार कितने अमीर हैं और उनके पास कितनी संपत्तियां है? जिसके बारे में आज हम आपको बताएंगे.
यह भी पढ़ें
कर्नाटक के मांड्या संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार वेंकटरमाने गौड़ा करीब 622 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उतरे उम्मीदवारों में सबसे अमीर हैं. इलेक्शन वॉच/ADR द्वारा पहले चरण में 1192 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों (Affidavit) के आंकलन में ये खुलासा हुआ है. बॉलीवुड अभिनेत्री और मथुरा से बीजेपी उम्मीदवार हेमा मालिनी 278 करोड़ की घोषित संपत्ति के साथ तीसरी सबसे अमीर उम्मीदवार हैं.
भारतीय राजनीति में धनबल का असर बढ़ता जा रहा है. लोक सभा चुनावों के पहले चरण के मुकाबले दूसरे चरण में ज्यादा अमीर उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं. इलेक्शन वॉच/एडीआर द्वारा दूसरे चरण के 1198 उम्मीदवारों में से 1192 के शपथ पत्रों के विश्लेषण में खुलासा हुआ है कि कर्नाटक के मांड्या संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार वेंकटरमाने गौड़ा करीब 622 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ सबसे अमीर उम्मीदवार हैं.
बेंगलुरु रूरल संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार और कर्णाटक के उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के भाई, डी के सुरेश 593 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं और बॉलीवुड अभिनेत्री और मथुरा में बीजेपी उम्मीदवार हेमा मालिनी करीब 279 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ तीसरी सबसे अमीर उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
दिलचस्प बात यह है कि लोक सभा के दूसरे चरण में नामांकन भरने वाले 6 उम्मीदवारों ने डिक्लेअर किया है कि उनके पास कोई संपत्ति नहीं है.
दूसरे चरण में चुनाव मैदान में उतरे 1192 उम्मीदवारों ने औसतन 5.17 करोड़ की संपत्ति घोषित की है. इनमें हर तीन में से एक करोड़पति है. सबसे अमीर 10 उम्मीदवारों में सबसे ज़्यादा 5 कर्नाटक में चुनाव मैदान में हैं. राष्ट्रीय पार्टियों में कांग्रेस के 68 उम्मीदवारों ने औसतन करीब ₹ 39 करोड़ और बीजेपी के 69 उम्मीदवारों ने औसतन 24 करोड़ की संपत्ति डिक्लेअर की है. जाहिर है, लोक सभा चुनावों में इस बार भी धनबल का असर हर तरफ साफ़ दिख रहा है.
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि लोकसभा चुनाव में मनी पावर का लेवल प्लेयिंग फील्ड पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है. आने वाले इलेक्शन में मनी पावर का प्रभाव लगातार बढ़ता जाएगा. इसका एक महत्वपूर्ण सॉल्यूशन है, इलेक्शन का स्टेट फंडिंग किया जाए. State Funding of Elections के कई मॉडल हमारे सामने है, स्कैंडिनेवियन कंट्रीज में, यूरोप में, जापान में कई तरह के अंतरराष्ट्रीय मॉडल है कि स्टेट फंडिंग ऑफ इलेक्शन किस तरह किया जाए. जब तक स्टेट फंडिंग इलेक्शन का नहीं होगा, तब तक इलेक्शन में जीत के लिए उम्मीदवार हर तरह के हथकंडे अपनाते रहेंगे.
ये भी पढ़ें:-
मिशन 370 : 29 राज्य 7 फेज, 24 दलों का मिला साथ, गठबंधन की राजनीति में भी पीएम मोदी ने दी कांग्रेस को मात?