Lok Sabha Elections 2024: क्या BJP हिमाचल में 'ऑपरेशन लोटस' के लिए तैयार है? एक्सक्लूसिव बातचीत में जयराम ठाकुर ने किया खुलासा
<p style="text-align: justify;"><strong>Himachal News</strong>: हिमाचल प्रदेश की राजनीति में गाहे-बगाहे ऑपरेशन लोटस की चर्चाएं जोर पकड़ती हुई नजर आती रहती हैं. प्रदेश में जब से विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित हुआ, तब से लेकर आज तक ऑपरेशन लोटस की चर्चाएं ठंडी नहीं हुई हैं. कुल 68 में से 40 सीटों पर दमखम के साथ जीत हासिल करने वाली कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी के नेता रह-रहकर ऑपरेशन लोटस के नाम से डराते रहते हैं. भले ही भारतीय जनता पार्टी के नेता खुलकर ऑपरेशन लोटस पर कुछ न कहें, लेकिन कोशिश यही रहती है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं के मन में डर बना रहे.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>क्या बोले पूर्व CM जयराम ठाकुर?</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">हाल ही में एबीपी न्यूज़ के साथ बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तो ऑपरेशन लोटस को लेकर कुछ नहीं करने वाली है. लेकिन, कांग्रेस के ही लोग कह रहे हैं कि कुछ हो नहीं रहा और कुछ नहीं हो रहा है, तो मतलब कुछ हो रहा है. अब जयराम ठाकुर के इन शब्दों के खेल के बीच ही कांग्रेस का डर छिपा हुआ है. जिस दिन विधानसभा चुनाव का परिणाम आया था, उस दिन भी जयराम ठाकुर ने ऑपरेशन लोटस पर जवाब देते हुए कहा था कि भाजपा तो ऑपरेशन लोटस पर कुछ नहीं करने जा रही. लेकिन, कांग्रेस के लोग अगर कुछ करें, तो इसकी गारंटी वे तो नहीं ले सकते. अब भी जयराम ठाकुर इसी बात पर टिके हुए हैं. हालांकि अब शब्दों में थोड़ा बदलाव जरूर नजर आ रहा है, लेकिन भाव तो वही है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>क्या है विधानसभा की स्थिति?</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 68 सीटें हैं. इनमें 40 पर कांग्रेस को जीत मिली है, जबकि 25 सीटें भाजपा की झोली में गई. वहीं, तीन निर्दलीय विधायक भी चुनाव जीत कर आए हैं. यह तीनों विधायक एसोसिएट सदस्य के तौर पर कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस के पास विधानसभा के भीतर स्पष्ट बहुमत है. बावजूद इसके ऑपरेशन लोटस की चर्चाएं थमने का नाम नहीं ले रही. इसकी वजह कांग्रेस संगठन में असंतोष, मंत्रियों के बीच समन्वय की कमी और मंत्रियों के तीन खाली पड़े पद हैं. सबसे बड़े जिला कांगड़ा को अब तक सिर्फ एक मंत्री मिला है. जेपी नड्डा के गृह जिला बिलासपुर में कांग्रेस कि एक ही सीट आने के बावजूद वहां से कोई मंत्री नहीं बनाया गया. जानकर मानते हैं कि सुक्खू मंत्रिमंडल में भारी असंतुलन है. इसी का फायदा लेते हुए उठाते हुए भाजपा बार-बार ऑपरेशन लोटस का राग छेड़ देती है. यह राग जैसे ही कांग्रेस के लोगों के कान पर पड़ता है, वैसे ही उनकी परेशानी बढ़ जाती है. अब ऑपरेशन लोटस हो या न हो, लेकिन आने वाले वक्त में भी कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलने के लिए भाजपा अपने इस सियासी बाण का इस्तेमाल करती ही रहेगी.</p>
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