Lok Sabha Election Result 2024 Leaders who joined BJP before elections lost Ashok Tanwar Sushil Rinku Ravneet Bittu Sita Soren
Lok Sabha Election Result 2024: लोकसभा चुनाव में जनता ने दलबदलुओं को नकार दिया है. दरअसल, चुनाव से पहले कम से कम 25 नेता दूसरी पार्टियों से बीजेपी में शामिल हुए थे. इनमें से 20 नेता हार गए हैं. जबकि, कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने वाले 7 दलबदलू कैंडिडेट्स में से केवल 2 को ही जीत मिली है. यानी जीत का स्ट्राइक रेट लगभग 28% रहा है. ऐसा ही हाल अन्य पार्टियों के दलबदलू नेताओं का भी है.
इस कड़ी में अशोक तंवर, सीता सोरेन और परनीत कौर उन लोगों की सूची में शामिल हो गए, जो बीजेपी में शामिल तो हुए, लेकिन चुनावी जीत नहीं हासिल कर सके. दरअसल, पिछले कुछ महीनों में बीजेपी में शामिल हुए हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर सिरसा से कांग्रेस की कुमारी शैलजा से 2.68 लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव हार गए. जबकि, तंवर ने 2019 में कांग्रेस छोड़ दी थी और 2022 में आप में शामिल हो गए थे. इस बीच, पूर्व लोकसभा सांसद ने अपनी पार्टी बनाई और कुछ समय के लिए तृणमूल कांग्रेस में भी शामिल हुए.
BJP में शामिल हुए रवनीत बिट्टू ने गंवाई अपनी सीट
इसी साल मार्च के महीने में शामिल हुईं झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन दुमका से 22,000 से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव हार गईं. वह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी हैं. बीजेपी में शामिल हुईं पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर पटियाला से चुनाव हार गईं. कौर तीसरे स्थान पर रहीं. जहां कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर 2019 में जीतने वाले और मार्च में बीजेपी में शामिल हुए रवनीत बिट्टू अपनी लुधियाना सीट नहीं बचा पाए. वह कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा से 20,000 से ज्यादा वोटों से चुनाव हार गए.
लोन सीट भी न बचा पाए सुशील रिंकू
इसके अलाव निवर्तमान लोकसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद रहे सुशील रिंकू भी चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे. वे भी अपनी जालंधर सीट नहीं बचा पाए. उन्हें पंजाब के पूर्व सीएम चरनजीत सिंह चन्नी ने हरा दिया.
मुजफ्फरपुर में दलबदलू को जनता ने नकारा
कमोबेश ऐसा ही हाल बिहार का रहा है. जहां पर जनता ने दलबदलुओं को नकार दिया. इस कड़ी में वाल्मीकि नगर सीट से टिकट न मिलने पर अप्रैल में बीजेपी छोड़कर राजद में शामिल हुए दीपक यादव भी जदयू के सुनील कुमार से 98,675 वोटों से हार गए. वहीं, मुजफ्फरपुर सीट पर ऐसा ही हाल रहा. दरअसल 2019 में बीजेपी के टिकट पर मुजफ्फरपुर सीट जीतने वाले अजय निषाद ने टिकट कटने पर पार्टी छोड़ दी. अजय निषाद अप्रैल में कांग्रेस में चले गए थे. कांग्रेस ने अजय निषाद को मुजफ्फरपुर से टिकट दे दिया.
वहीं वीआईपी छोड़कर राजभूषण चौधरी बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने राजभूषण को टिकट दिया. जब चुनाव नतीजे सामने आए तो बीजेपी के राज भूषण चौधरी ने कांग्रेस के अजय निषाद को 2.34 लाख से ज्यादा वोटों से हराया.