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Lok Sabha Election 2024 UP BJP MP Ravi Kishan son and daughter will campaign in Gorakhpur ANN


UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर सदर लोकसभा सीट पर सांसद रविकिशन शुक्‍ला ने दोबारा जीत के‍ लिए कमर कस ली है. वे जहां लोगों के बीच जा रहे हैं, तो पत्‍नी प्रीति शुक्‍ला के बाद अब बेटी बॉलीवुड स्‍टार रीवा शुक्‍ला और बेटा सक्षम शुक्‍ला भी पिता की जीत सुनिश्चित करने के लिए चुनाव मैदान में प्रचार के लिए उतरने वाले हैं. शनिवार की शाम रीवा शुक्‍ला और सक्षम शुक्‍ला फ्लाइट से गोरखपुर पहुंच चुके हैं. रवि‍वार से वे सांसद पिता रविकिशन के चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र में निकलेंगे और लोगों से वोट अपील करेंगे.

गोरखपुर सदर सीट से बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने रविकिशन शुक्ला को दोबारा अपना प्रत्याशी बनाया है. प्रचार अभियान में सांसद रवि किशन और उनकी धर्म पत्नी प्रीति शुक्ला पहले से ही लगी हुई हैं. इसी बीच उनके बेटे सक्षम शुक्ला और बेटी रीवा शुक्ला भी चुनाव प्रचार की कमान संभालने के लिए शनिवार को गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे. सांसद रविकिशन और पत्‍नी प्रीति शुक्‍ला ने एयरपोर्ट पहुंचकर दोनों बच्‍चों को स्‍वागत किया. इसके बाद वे गोरखपुर के रामगढ़ताल स्थित घर पहुंचे. यहां पर प्रीति शुक्‍ला ने दोनों की आरती उतारी. इसके बाद वे घर में प्रवेश किए. रविवार से वे क्षेत्र में पिता रविकिशन का प्रचार करने के साथ उनके लिए वोट अपील करने के लिए निकलेंगे.  

एयरपोर्ट पर बच्‍चों रीवा शुक्‍ला और सक्षम शुक्‍ला को देखकर वे भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि जनता का प्रतिनिधि होने के साथ शूटिंग की व्‍यस्‍तताओं की वजह से वे बच्‍चों से कई दिनों तक मिल नहीं पाते हैं. व्‍यस्‍तताओं के बीच मोबाइल पर ही बात हो पाती है. ऐसे में रीवा और सक्षम ने उनके लिए चुनाव प्रचार करने की इच्‍छा जाहिर की, तो उन्होंने मना नहीं किया. उन्‍होंने बच्‍चों को बेहतर शिक्षा के साथ संस्‍कार भी दिया है. माता-पिता की भावनाओं की बच्‍चे कद्र करें और देश के जिम्मेदार नागरिक बनें. इसमें सभी को खुशी होगी. सांसद रवि किशन ने कहा कि बच्चों की भावना का पूरा सम्मान करता हूं. इनकी यह इच्छा थी कि मेरे लिए प्रचार करें. यहां की जनता का मुझे हमेशा प्यार मिला है और मिलता रहेगा. 

बेटी रीवा किशन ने कहा कि यह योगीजी का शहर है. यहां के लोग उनके विकास कार्यों से बहुत खुश हैं. गोरखपुर की जनता विकास कार्यों को महत्व देती है. पिता के प्रति लोगों का रुझान बेहद अच्छा है. उनकी इच्छा थी कि वे भी पिता का साथ दें और इस अभियान का हिस्सा बनें. बेटे सक्षम ने कहा कि मुझे यहां आकर बहुत अच्छा लगा. यहां के लोग बहुत मिलनसार हैं. सबसे मिलकर बहुत खुशी हो रही है. वे भी चुनाव प्रचार करेंगे. यहां की जनता पहले से ही विकास कार्यों से संतुष्ट है. ऐसे में जनता का दोबारा आशीर्वाद अवश्य मिलेगा. भाजपा को प्रचंड  जीत मिलेगी.

गोरखपुर लोकसभा सदर सीट लोकसभा चुनाव में काफी महत्‍वपूर्ण सीट है. साल 2019 में भाजपा ने गोरखपुर लोकसभा सदर सीट से फिल्म अभिनेता रवि किशन शुक्ला को टिकट दिया और भाजपा और मोदी की लहर में उन्होंने चुनाव जीतकर शीर्ष नेतृत्व का भरोसा जीत लिया. इस बार समाजवादी पार्टी के खाते में गई गठबंधन की इस सीट से काजल निषाद को लोकसभा सदर सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. हालांकि बसपा ने अभी इस सीट पर पत्ते नहीं खोले हैं.

गोरखपुर लोकसभा सीट का इतिहास

गोरखपुर लोकसभा सदर सीट 1952 में अस्तित्व में आई. 1952, 57 और 62 के चुनाव में लगातार यह सीट भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के खाते में रही. 1952 में सिंहासन सिंह 57 में महादेव प्रसाद और 1962 में फिर सिंहासन सिंह ने जीत हासिल की. 1967 में हुए लोकसभा चुनाव में महंत दिग्विजय नाथ पहली बार इस सीट पर जीत हासिल कर सांसद बने. साल 1970 में हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरु महंत अवेद्यनाथ ने पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की. साल 1971 में कांग्रेस के नरसिंह नारायण पांडे ने फिर जीत हासिल की.

फिर साल 1977 और 80 में हुए चुनाव में जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर हरिकेश बहादुर ने चुनाव जीता. साल 1984 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मदन पांडे फिर एक बार कांग्रेस को जीत दिलाने में कामयाब हुए. इसके बाद साल 1989, 91 और 96 में महंत अवेद्यनाथ इस सीट पर हिंदू महासभा, निर्दल और भाजपा प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज किए. पूर्व में एक बार और लगातार हुई इस 3 जीत के बाद यह सीट मंदिर के खाते में चली गई. इसके पहले ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ ने मानीराम विधानसभा सीट पर 1962 से 80 तक 5 बार चुनाव जीतकर विधायक बने.

साल 1998, 99, 2004, 2009 और 2014 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार पांच बार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया. साल 2018 में जब योगी आदित्यनाथ सांसद का पद छोड़कर यूपी के मुख्यमंत्री बने तो उप चुनाव में प्रवीण निषाद ने समाजवादी पार्टी का टिकट पर जीत हासिल की. साल 2019 में एक बार फिर भाजपा के टिकट पर फिल्म अभिनेता रवि किशन शुक्ला ने चुनाव लड़कर इस सीट को फिर भाजपा और मंदिर के खाते में डाल दिया. 

गोरखपुर में वोटरों की संख्या

लोकसभा 2024 के चुनाव को लेकर मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम पूरा हो चुका है. नई वोटर लिस्ट में गोरखपुर सदर और बांसगांव दोनों लोकसभा क्षेत्र में कुल वोटरों की संख्‍या 36,32,888 हो गई है. जिले की सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों में मिलाकर 56,039 नए मतदाता बढ़े हैं. इनमें से 60 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं. जिले की सूची में 33 हजार 932 महिला मतदाता नई शामिल हुई हैं. पहली बार वोट देने के लिए सूची में शामिल हुए नए मतदाता जो पहली बार वोट करेंगे, उनमें 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अलग उत्साह होगा.

गोरखपुर सदर लोकसभा क्षेत्र में कुल पुरुष वोटर 11,12,023 है. जबकि महिला वोटरों की संख्या 9,62,531 है. बांसगांव लोकसभा क्षेत्र में पुरुष वोटरों की संख्या 8,42,042 तो वहीं महिला वोटरों की संख्या 7,16,023 है. दोनों लोकसभा क्षेत्र में पुरुष वोटर 19,54,065 और महिला वोटरों की संख्या 16,78554 है. गोरखपुर सदर से बीजेपी से रवि किशन शुक्ला सांसद हैं. बांसगांव लोकसभा क्षेत्र से सांसद बीजेपी के कमलेश पासवान हैं. गोरखपुर सदर लोकसभा सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोरखनाथ मंदिर की मानी जाती है. योगी आदित्यनाथ यहां से लगातार पांच बार सांसद रहे हैं.

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