Lok Sabha Election 2024 assam congress Bhupen Kumar Borah claimed INDIA Bloc failed due to national politics aap
Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं की ओर से भले ही बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हों, लेकिन खुद कांग्रेस के भीतर ही इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
राष्ट्रीय राजनीति पर उठाए सवाल
असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी पार्टियों की एकजुट होकर लड़ने की कोशिश राष्ट्रीय राजनीति के कारण विफल गई.
उन्होंने दावा किया, “असम में आम आदमी पार्टी (AAP) का अलग से चुनाव लड़ना उसकी सबसे बड़ी भूल होगी. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की ओर से कांग्रेस के लिए कोई भी लोकसभा की सीट देने से इंकार करना पूर्वोत्तर राज्य में गठबंधन पर खराब असर डाला है.
भूपेन कुमार बोरा ने कहा, “इंडिया गठबंधन के गठन से आठ महीने पहले हमने यूनाइटेड अपोजिशन फोरम, असम (यूओएफए) का गठन किया था. हमारा फोरम 16 पार्टियों का है और इनमें से तीन पार्टी सीधे तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है.”
आम आदमी पार्टी पर उठाए सवाल
असम की कुल 14 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. एक सीट यूओएफए सदस्य असम जैत्य परिषद (AJP) के लिए छोड़ी गई है. यूओएफए के अन्य घटक, जिन्होंने राज्य में अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं, उसमें आम आदमी पार्टी, टीएमसी और सीपीआई (एम) शामिल है.
भूपेन कुमार बोरा ने कहा, “दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच सीट बंटवारे पर बात बन जाती है, लेकिन पंजाब में दोनों पार्टियां सभी सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ रही है.”
असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने ने कहा, “आम आदमी पार्टी ने असम की तीन लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की थी, लेकिन उन्होंने गुवाहाटी से अपना उम्मीदवार वापस ले लिया. मैंने आम आदमी के प्रदेश अध्यक्ष भाबेश चौधरी से अनुरोध किया था कि उन्हें अकेले चुनाव नहीं लड़ना चाहिए और हम उन्हें एक सीट देने के लिए तैयार थे, लेकिन वे तीन सीटों की मांग पर अड़े रहे.”
‘AAP की सबसे बड़ी राजनीतिक गलती होगी’
असम कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया, “मुझे लगता है कि यह असम में आम आदमी पार्टी का चुनाव लड़ना उनकी सबसे बड़ी राजनीतिक गलती होगी, क्योंकि नतीजों के बाद यह साबित हो जाएगा कि राज्य में उनका कोई अस्तित्व नहीं है.”
असम में टीएमसी की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने को लेकर उन्होंने कहा, “टीएमसी पश्चिम बंगाल की एक क्षेत्रीय पार्टी है. वहां इनका कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं है. यदि वे अपने गढ़ में एक भी सीट देने को तैयार नहीं हैं, तो असम कांग्रेस का अध्यक्ष होने के नाते मैं उन्हें यहां कैसे सीट दे सकता हूं.”