Kushinagar Police Revealed Satish Yadav Murder Case After 17 Days Friend Arrested ANN
UP Murder Case: कुशीनगर पुलिस ने सतीश चंद्र यादव हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है. हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस के पसीने छूट गए. पुलिस ने 17 दिन बाद हैरान कर देने वाला खुलासा किया. पुलिस अधीक्षक धवल जयसवाल ने बताया कि मृतक सतीश चन्द्र यादव उर्फ पप्पू यादव और मुरारी यादव उर्फ साधु में पैसे का लेंनदेन था. नए साल की पूर्व संध्या पर फल कारोबारी सतीश यादव को मौत के घाट उतार दिया गया था. आरोपी मुरारी यादव और मृतक सतीश चन्द्र यादव चार वर्षों से रिश्तेदारों और व्यापारियों से मोटे ब्याज का लालच देकर लाखों रुपये उधार लेते थे. लेनदेन के क्रम में कई लोगों से विवाद की स्थिति भी बन गई थी.
पैसे के कारण दोस्ती दुश्मनी में बदली
मृतक सतीश चन्द्र यादव ने 31 दिसंबर की शाम 8 बजे तक कुल आधा दर्जन लोगों को भारी रकम देने का वादा किया था. आरोपी मुरारी यादव को भी अपनी शादी की तैयारी के लिए एक लाख रुपये मिलने की उम्मीद थी. मृतक सतीश चन्द्र यादव हर बार आरोपी मुरारी यादव को पैसा देने की बारी आने पर आनाकानी करता था. मुरारी यादव के हिस्से का रुपया खुद और परिवार की एलआईसी करवाने में लगा देता. दोनों के बीच मनमुटाव की शुरुआत 28.10.2023 को तीन लाख रुपये बंटवारे को लेकर हुई थी.
17 दिनों बाद घटना का हुआ खुलासा
मृतक सतीश ने एजेन्ट से लगभग 03 लाख रुपये जीवन आनन्द नामक एलआईसी पॉलिसी में जमा करा दिया. नए साल की पूर्व संध्या पर मृतक आरोपी मुरारी यादव को एक लाख रुपये देनेवाला था. उसने एक लाख रुपये छल से बेटी बेटी के नाम जीवन तरुण एलआईसी में 50 हजार और 40 हजार रुपये जमा कर दिया. सतीश यादव का छल मुरारी यादव को नागवार गुजरा. आरोपी ने शराब पार्टी के बहाने सतीश यादव को खरदर पुलिया पर बुलाया. शराब पीने के बाद दोनों में विवाद हो गया. मुरारी यादव ने सतीश यादव पर तमंचे से फायरिंग कर दी. मिस फायर होने से सतीश यादव बाल-बाल बच गया.
मुरारी यादव ने डंडे से सिर पह हमला कर सतीश की हत्या कर दी. घटना को आपराधिक कृत्य का रूप देने के लिए उसने हेलमेट को दूर लटका और बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया. वारदात में इस्तेमाल असलहा को छिपाकर आरोपी मौके पर खड़ा हो गया. फायरिंग की आवाज सुनकर भीड़ इकट्ठा हो गयी थी. पुलिस ने मुरारी यादव की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल तमंचा और डंडा बरामद कर लिया है. घटना का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक ने पुरस्कार से सम्मानित किया.