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Kota Farmer Stir Due To Outbreak Of Caterpillar In Urad Soybean Agricultural Scientists Advice Ann


Caterpillar Outbreaks in Kota: राजस्थान के कोटा संभाग में मानसून के बावजूद आदर्श मात्रा में बारिश नहीं होने से किसानों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई. दरअसल, कम बारिश होने से सोयाबीन की फसल पर इल्ली का प्रकोप बढ़ गया है. उड़द की फसल भी इस प्रकोप से अछूती नहीं रही है. इससे छुटकारा पाने के लिए किसान कीटनाशक के लिए कृषि सलाह केद्रों और बाजार में दुकानों पर किसान पहुंचने लगें हैं. फसलों के इस तरह खराब होने से कृषि वैज्ञानिकों ने खेत में खड़ी फसलों का जायजा लिया.

कृषि वैज्ञानिकों की एक टीम ने कोटा के कई क्षेत्रों में पहुंच कर सोयाबीन और उड़द की फसलों पर इल्ली प्रकोप की जांच की, इसके बाद टीम ने किसानों को उचित सलाह और कीटनाशक छिड़काव की सलाह दी. किसान सर्वोदय मंडल द्वारा मांग की गई है कि कीटनाशक पर रियायत दी जानी चाहिए. पहले ही बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं. फसलों की सिंचाई के लिए लाखों रुपये का डीजल डालकर मोटर इंजन चलाया. ऐसे में अब फसल को बचाने के लिए कीटनाशक के छिड़काव में भी काफी पैसा खर्च होगा. ऐसे में सरकार को अनुदान पर कीटनाशक दिया जाना चाहिए. 

फसल में बिहार डेयरी इल्ली का प्रकोप- कृषि वैज्ञानिक

कृषि वैज्ञानिकों ने सुल्तानपुर बगतरी, गोकुलपुरी, इटावा, सुल्तानपुर में फसलों का निरीक्षण किया. पौधों के विशेषज्ञ का कहना है कि सोयाबीन और उड़द की फसल में बिहार डेयरी तंबाकू, इल्ली, सफेद मक्खी समेत अन्य कीटों का प्रकोप देखा जा रहा है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बचाव के लिए संक्रमित पौधे को खेत से निकलकर नष्ट कर दें. केंद्र के उद्यान वैज्ञानिकों के अनुसार उड़द और सोयाबीन में बिहार डेयरी इल्ली पनप रही है. ये इल्ली पूरे पौधे को नष्ट कर देती है. बरसात नहीं होने से यह प्रकोप देखने को मिल रहा है. गर्मी अधिक रहने से सोयाबीन व उड़द में कीटों का प्रकोप बढ़ने की आशंका है.  

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