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Kolkata rape Murder case Police was informed late by 40 minutes Know complete chronology of steps taken in incident from beginning


Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल और कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर मामले में कोलकाता पुलिस के वारदात को लेकर उठाए गए कदम की पूरी क्रोनोलॉजी समझते हैं. हम आपको जिस रिपोर्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, वो रिपोर्ट कोलकाता पुलिस ने कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर हलफनामे में लगाई थीं. इसमे साफ है कि सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर अस्पताल प्रशासन द्वारा पुलिस को सेमिनार हॉल में अचेत अवस्था मे एक बॉडी पड़े होने की जानकारी देता है. जबकि पीड़िता की देर रात ही मौत हो चुकी थी.

इतना ही नही वारदात का पता चलने के बाद भी पुलिस को करीब 40 मिनट देर से कॉल की गई.

तारीख- 09 अगस्त 2024

9:30 A.M – डॉ सुमित्रा राय जो की चेस्ट डिपार्टमेंट में  पीजीटी 1ST ईयर की स्टूडेंट है. उस दिन वार्ड में ड्यूटी पर थी. वार्ड में राउंड से पहले सुमित्रा राय सेमिनार हॉल में पीड़िता को ढूंढते हुए पहुंची थी. सुमित्रा राय कुछ दूरी से पीड़िता की बॉडी को अचेत अवस्था में देखती है. तभी वह अपने कलीग्स और सीनियर डॉक्टर को इस बारे में जानकारी देते हैं. इसके बाद हॉस्पिटल अथॉरिटी को जानकारी दी गई.

10:10 A.M –  ताला पुलिस स्टेशन को आर जी कर अस्पताल की तरफ से टेलीफोन के जरिए जानकारी दी जाती है, जिसमें एक महिला के अचेत अवस्था में बॉडी के पड़े होने की जानकारी दी जाती है.  जानकारी में यह कहा जाता है की महिला अनकॉन्शियस( अचेत) हालत में चेस्ट वार्ड के सेमिनार रूम में एक लकड़ी के प्लेटफार्म पर पड़ी है.  यह वार्ड इमरजेंसी बिल्डिंग के तीसरी मंजिल पर है.  अनकॉन्शियस स्टेट में महिला अर्धनग्न अवस्था में है.  इस जानकारी को पुलिस स्टेशन की जीडी एंट्री नंबर 542 में दर्ज किया गया, जिसके बाद पुलिसकर्मी पुलिस स्टेशन से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए.

10:30 A.M – पुलिस स्टेशन से पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचते हैं और हालात का जायजा लेते हैं. पुलिस अधिकारी पीड़िता के बारे में जानकारी हासिल कर तुरंत अपने सीनियर ऑफिसर को बताते हैं. इसके बाद इम्मीडिएटली सीन ऑफ क्राइम को कॉन्टिनेंटल होने से बचाने के लिए सुरक्षित कर दिया जाता है.

10:52 A.M – अस्पताल के असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट पीड़िता के परिवार को फोन पर जानकारी देते हैं और उन्हें तुरंत अस्पताल आने के लिए कहते हैं 

11:00 A.M – इस हत्या की जांच के ऑफिसर इंचार्ज, डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम के साथ सीन ऑफ क्राइम पर पहुंचते हैं. फैक्ट्स और सरकमस्टेंसस को लेकर जानकारी हासिल करते हैं कि आखिर क्या हुआ है.

12:25 P.M –  डिटेक्टिव डिपार्टमेंट टीम कि साइंटिफिक विंग की टीम वारदात पर पहुंचकर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करती है.. पहली फोटो दोपहर 12:29 पर ली गई थी.

डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की साइंटिफिक विंग कि फिंगरप्रिंट और फुटप्रिंट की टीम मौके वारदात पर पहुंचती है .कोलकाता पुलिस के सीनियर ऑफिसर भी मौका है वारदात पर पहुंचते हैं.  साथ ही स्टेट एफएसएल को भी वारदात की जगह पर विजिट करने के लिए जानकारी दी जाती है. साथ ही इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर को मौके पर बुलाकर अनकॉन्शियस महिला में जान है या नहीं उसके एग्जामिनेशन के लिए कहा जाता है

12:44 P.M – ड्यूटी पर मौजूद इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर पीड़िता को मृत घोषित कर देते हैं. 

1:00 P.M – एफएसएल की टीम और एक्सपर्ट सीन ऑफ क्राइम पर पहुंचते हैं. मौका ए वारदात पर पहुंचने के बाद एफएसएल एग्जामिनेशन शुरू कर देती है. 

1:00  P.M – पीड़िता के माता-पिता और परिवार वाले पहुंचते हैं और हॉस्पिटल अथॉरिटी से मुलाकात करते हैं.

1:10  P.M – पीड़िता के परिवार वाले हॉस्पिटल अथॉरिटी के द्वारा दी गई जानकारी के बाद सेमिनार रूम पहुंचते हैं. इसके बाद मृतका की लाश उन्हें दिखाई जाती है. उस समय एफएसएल की टीम मौके वारदात का निरीक्षण कर रही थी और फोटोग्राफी की जा रही थी.

01:47 P.M – इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर मृतक का मेडिकल और डेथ सर्टिफिकेट तैयार करते हैं, जिसे पुलिस को सौंप दिया जाता है .

3:00 P.M –  मृतका के परिवार वाले और कॉलेज के छात्र दोस्त मौखिक तौर पर बोलकर कानूनी कार्रवाई और पोस्टमार्टम जुडिशल मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में करवाने की मांग करते हैं. साथ ही इस पूरे प्रक्रिया को वीडियोग्राफी करने की भी मांग करते हैं.

3:55 P.M – मृतका के परिवार और कॉलेज के छात्रों ने लिखित में मजिस्ट्रेट कानूनी कार्रवाई और पोस्टमार्टम एक जुडिशल मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कराने की मांग की.

4:10  P.M – जुडिशल मजिस्ट्रेट वारदात की जगह पर पहुंचते हैं.  

4:20 P.M – to 4:40  P.M –जुडिशल मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कानूनी कार्रवाई (इंक्वेस्ट) शुरू की जाती है.  बॉडी को मौका ए वारदात से उठाकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया जाता है.

4:45 तो 4:56 P.M- बॉडी हटाने के बाद सीन ऑफ क्राइम की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी  की जाती है . एफएसएल की टीम  दोबारा सीन ऑफ क्राइम का निरीक्षण कर सबूत इकट्ठा करती है.

5:10 P.M- कॉलेज में प्रोटेस्ट होता है और बॉडी को मोर्चरी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाता है. 

6:00 P.M- मृतक की डेड बॉडी मोर्चरी तक पहुंचती है. 

6:10 P.M- to 7:10 P.M- जुडिशल मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में फॉरेंसिक डॉक्टर का एक बोर्ड पोस्टमार्टम करता है. ऑटोस्पी सर्जन लाश से सबूत इकट्ठा करके सीज कर लेते हैं .

8:00 P.M- डॉग स्क्वायड की टीम से स्निफर डॉग मौका ए वारदात का निरीक्षण करते हैं.

8: 37 P.M-  to 8:52 P.M- डिटेक्टिव डिपार्टमेंट के साइंटिफिक विंग वारदात की जगह  और उसके आसपास की 3D मैपिंग करती है. 

8:32 P.M- to 10:45 P.M-  एफएसएल की टीम द्वारा सीन ऑफ क्राइम से उठाए गए करीब 40 सैंपल को सीज किया जाता है .यह सभी प्रक्रिया लोकल विटनेस की उपस्थिति में वीडियोग्राफी करते हुए की जाती है .पोस्टमार्टम के बाद बॉडी परिवार को सौंप दी जाती है. 

11:45 P.M- पिता की शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की जाती है.

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