Kedarnath Rope-way: बस 36 मिनट में सोनप्रयाग से पहुंच जाएंगे केदारनाथ, जानें कैबिनेट ने आज क्या-क्या लिए फैसले
Modi Cabinet Decisions: बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉफ्रेंस में दी. अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को केदारनाथ (Kedarnath Rope-way) और हेमकुंड रोप-वे परियोजना को मंजूरी दे दी है. पर्वतमाला परियोजना के तहत इसका निर्माण कराया जाएगा. रोप-वे बन जाने के बाद केदारनाथ और हेमकुंड साहिब जाना आसान होगा. इसके अलावा केंद्रीय कैबिनेट ने और भी कई फैसले लिए. जानिए केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बुधवार को लिए गए फैसलों के बारे में.
कैबिनेट ने राष्ट्रीय रोप-वे विकास कार्यक्रम – पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड राज्य में सोनप्रयाग से केदारनाथ (12.9 किमी) तक रोपवे परियोजना के विकास को मंजूरी दी है. रोपवे को सार्वजनिक-निजी भागीदारी में विकसित करने की योजना बनाई गई है.
केदारनाथ की 8-9 घंटे की दूरी मात्र 36 मिनट में होगी पूरी
रोप-वे परियोजना केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक वरदान होगी क्योंकि यह पर्यावरण के अनुकूल, आरामदायक और तेज़ कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और एक दिशा में यात्रा का समय लगभग 8 से 9 घंटे से घटाकर लगभग 36 मिनट कर देगी.

मालूम हो कि हर साल चार धाम यात्रा के समय केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. केदारनाथ की चढ़ाई बेहद दुर्गम है. ऐसे में यहां तक जाना काफी मुश्किल भरा होता है. केदारनाथ में रोप-वे बनने से यहां तक आना-जाना आसान हो जाएगा.

हेमकुंड साहिब में 2730 करोड़ की लागत से रोप-वे का निर्माण
केंद्रीय कैबिनेट में लिए गए फैसलों के बारे में मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया, “कैबिनेट ने राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम – पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब जी तक 12.4 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना के विकास को मंजूरी दी है.
गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब जी तक 12.4 किलोमीटर लंबे रोप-वे परियोजना को डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण (डीबीएफओटी) मोड पर विकसित किया जाएगा, जिसकी कुल पूंजी लागत ₹2,730.13 करोड़ होगी.
हेमकुंड साहिब और फूलों की घोटी में आने वाले सैलानियों को मिलेगा लाभ
प्रस्तावित रोपवे की योजना हेमकुंड साहिब जी आने वाले तीर्थयात्रियों और फूलों की घाटी में आने वाले पर्यटकों को सुविधा प्रदान करने के लिए बनाई गई है और यह गोविंदघाट और हेमकुंड साहिब जी के बीच हर मौसम में अंतिम मील की कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी.
कैबिनेट ने राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम – पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब जी तक 12.4 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना के विकास को मंजूरी दी
इस परियोजना को डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण (डीबीएफओटी) मोड पर विकसित किया जाएगा, जिसकी… pic.twitter.com/ItW8Z71Tiw
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) March 5, 2025
हेमकुंड साहिब की 21 किमी यात्रा होगी आसान
वर्तमान में हेमकुंड साहिब जी की यात्रा गोविंदघाट से 21 किलोमीटर की चुनौतीपूर्ण चढ़ाई है और इसे पैदल या टट्टुओं या पालकियों द्वारा पूरा किया जाता है. प्रस्तावित रोप-वे की योजना हेमकुंड साहिब जी आने वाले तीर्थयात्रियों और फूलों की घाटी में आने वाले पर्यटकों को सुविधा प्रदान करने के लिए बनाई गई है और यह गोविंदघाट और हेमकुंड साहिब जी के बीच सभी मौसम में अंतिम मील तक संपर्क सुनिश्चित करेगा.