Karwa Chauth Puja Kaise Karte Hai Karva Chauth Puja Kaise Ki Jati Hai | Karwa Chauth Puja Vidhi Step By Step And Samagri List How To Do Karwa Chauth Puja Alone At Home – करवा चौथ की संपूर्ण विधि और शुभ मुहूर्त है यह, नोट कर लें सामग्री, फिर सफल होगी पूजा-अर्चना
खास बातें
- क्या आप भी ढूंढ रही हैं सही करवा चौथ पूजा विधि.
- यहां जान लिजिए एकदम सही तरीका.
- जरूरी सामग्री लिस्ट भी कर लें नोट.
Karwa Chauth Vidhi step by step in hindi: पति- पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र माना जाता है. इसमें जितना प्रेम और विश्वास हो ये उतना ही फलता- फूलता है और इसी विश्वास की डोर को और मजबूत करने वाला त्योहार है करवा चौथ (karwa chauth katha) का व्रत. ये वो व्रत है जिसे हर सुहागन महिला रखती है. पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और अपने रिश्ते को और अटूट बनाने के विश्वास से भारत की तमाम सुहागिन महिलाएं बड़े ही श्रद्धा और विश्वास से इस व्रत को रखती हैं और अगर करवा चौथ की पूजा (karwa chauth vidhi) विधिवत तरिके से संपूर्ण की जाए तो करवा मां का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है. तो चलिए यहां आपको बताते हैं करवा चौथ की संपूर्ण विधि और पूजा सामग्री की (karwa chauth saman list) वह लिस्ट जो जानना आपके लिए है जरूरी. फिर जरूर सफल होगा आपका करवा चौथ.
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करवा चौथ 2023 तिथि और शुभ मुहूर्त (Karwa Chauth 2023: Date And Puja Time)
इस साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 1 नवंबर 2023, बुधवार को है. इसी दिन पूरे देश के अलग-अलग हिस्सों में करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा. अगर बात करें शुभ मुहूर्त कि तो-
करवा चौथ पूजा शुभ मुहूर्त-शाम 5:36 बजे से 6:54 बजे तक
व्रत का शुभ मुहूर्त-सुबह 6:33 बजे से शाम 8:15 बजे तक
अमृत काल मुहूर्त-शाम 7:34 बजे से रात 9:13 बजे तक
करवा चौथ पूजा कैसे की जाती है | How to do karwa chauth puja
ऐसा माना जाता है कि अगर करवा चौथ की पूजा विधिपूर्वक की जाए तो मां करवा, माता पार्वती और भगवान शिव की विशेष कृपा बरसती है. इसीलिए करवा चौथ के दिन सुबह उठकर स्नान करके सबसे पहले सरगी का सेवन करें. देवी देवताओं को प्रणाम करते हुए व्रत का संकल्प लें. करवा चौथ में शाम की पूजा का विशेष महत्व होता है ऐसे में शाम होते ही गेरू से फलक पूजा स्थान बना लें, उसके बाद चावल के आटे से करवा मां का चित्र बनाएं. आप चाहे तो कैलेंडर ले सकती हैं. मां करवा को चौकी पर स्थापित करें. उसके बाद माता पार्वती, भगवान शिव और प्रभु गणेश के चित्र को उस स्थान पर विराजमान करें. भगवान गणेश माता पार्वती के गोद में बैठे हो ऐसा चित्र मिले तो ज्यादा अच्छा है. अब आप माता पार्वती का श्रृंगार करके उनके सामने उनकी प्रिय सामग्री अर्पित करें और मिट्टी के करवा में जल भरकर पूजा स्थान पर रखें. भगवान का नाम लेकर करवा चौथ की व्रत कथा सुनें. इसके बाद चंद्रमा को अर्घ्य दें, फिर छलनी से चंद्रमा की ओर देखिए और उसके बाद अपने पति का चेहरा देखें. उसके बाद पति अपनी पत्नी को पानी पिलाते हैं, जिससे व्रत का पारण किया जाता है. पूजा संपन्न होने के बाद बड़ों का आशीर्वाद जरूर लें.
करवा चौथ की पूजा की सामग्री क्या क्या होती है | Karva chauth puja samagri list
सिंक, पान, कलश, फल- फुल, हल्दी लकड़ी का आसान, दूध, दही, शहद, शक्कर का भूरा, रोली, मौली, मिठाई, छलनी, जल , दीपक, करवा माता की फोटो, लोटा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)