Kanker Man Kills Grandmother with Snake Bite for Life Insurance Money of 50 Lakh Rupees three Arrested ANN
Kanker Crime News: रातोंरात अमीर बनने के लालच में एक कलयुगी नाती ने अपने नानी को ज़हरीले सांप से कटाकर मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद उनके नाम पर जमा बीमा राशि निकाल ली. लंबे समय तक चली जांच के बाद पुलिस ने आखिरकार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही, हत्या में साथ देने वाले सपेरे और बीमा एजेंट को भी पुलिस ने अरेस्ट किया है. मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पखांजुर इलाके का है.
कांकेर जिले के ASP और मामले के जांच अधिकारी प्रशांत शुक्ला ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि यह वारदात पखांजुर के बांदे थाना इलाके के बांदेबस्ती की है. यहां के रहने वाले आकाश पठारीया ने अपनी नानी रानी पठारिया के नाम पर पहले 50 लाख रुपये का बीमा कराया था. इसका सालाना प्रीमियम 3 लाख रुपये था. किसी दुर्घटना में नानी की मौत होने पर 50 लाख की राशि परिजनों को मिलनी थी. शातिर आरोपी नाती ने 50 लाख रुपये कमाने का शॉर्टकट रास्ता अपनाया और LIC एजेंट से संपर्क कर बीमा बनाया.
सपेरे से किया 30 हजार का सौदा
बीमा बनाने के एक महीने बाद अपनी नानी की तबीयत खराब होने की बात कहते हुए उन्हें डॉक्टर के पास ले जाने लगा. इसके लिए किराये की गाड़ी ली और नानी को संबलपुर ले गया. यहां एक सपेरे पप्पू राम नेताम से मुलाकात कर सांप से कटाने पर 30 हजार रुपये में नानी की मौत का सौदा किया. फिर सपेरे को पैसे देकर ज़हरीले सांप से कटवाया. सपेरे के पास से घर वापस लौटते वक्त आधे रास्ते में नानी रानी पठारिया ने दम तोड़ दिया. आरोपी पोता अपनी नानी का शव लेकर बांदे अस्पताल पहुंचा और पोस्टमार्टम करवाया.
आरोपी ने तुरंत बीमा क्लेम करते हुए LIC एजेंट की मदद से 50 लाख रुपये निकाल लिए. इसकी भनक लगने के बाद आरोपी के मामा ने बांदे थाना में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच और करीब 8 महीने बाद इस हत्या का खुलासा हुआ. पखांजूर पुलिस ने आकाश पठारिया समेत एलआईसी एजेंट और सपेरे को गिरफ्तार कर लिया. जांच अधिकारी प्रशांत शुक्ला ने बताया कि इस मामले में और भी आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है. इसलिए पुलिस इस मामले की आगे भी जांच जारी रखेगी. आरोपी आकाश के पास से 10 लाख रुपये नगद, सोने चांदी के आभूषण और 2 कार समेत एक बाइक बरामद हुई है.
बैंक मैनेजर से भी की जा रही पूछताछ
पुलिस जांच अधिकारी प्रशांत शुक्ला ने यह भी बताया कि इस मामले में बैंक मैनेजर से भी पूछताछ की जा रही है. क्योंकि घटना 8 महीने पुरानी है, ऐसे में बैंक ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार तक नहीं किया और क्लेम के बाद एजेंट के माध्यम से जल्द से जल्द राशि आरोपी आकाश के नाम कर दी गई. ऐसे में और भी कई संदिग्ध हैं, जिनसे पूछताछ की जाएगी. फिलहाल तीनों ही आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. एलआईसी की बीमा राशि निकालने के एवज में आरोपी आकाश ने LIC एजेंट को भी पैसे खिलाए. यह राशि भी रिकवर की जा रही है.
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