JP Nadda meeting with BJP general secretaries over Delhi CM face know more details
Delhi New CM News: दिल्ली में नई सरकार के गठन को लेकर सरगर्मियां तेज हैं. मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के नामों पर चर्चा के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेताओं की बैठकों का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में शनिवार (15 फरवरी, 2025) को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय मुख्यालय में पार्टी के महासचिवों के साथ बैठक की. हालांकि, इस बैठक में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया. पार्टी के पर्यवेक्षक और दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर चर्चा अभी लंबित है.
बीजेपी महासचिवों की पहली बैठक
दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के बाद यह बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिवों की पहली बैठक थी. बैठक में संगठनात्मक चुनाव और संगठन के अन्य विषयों पर चर्चा की गई. बीजेपी दिल्ली की सत्ता में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाने के लिए जाट, पूर्वांचली, सिख, महिला और दलित समुदायों पर भरोसा जता सकती है. अगर महिला विधायकों की बात करें, तो इनमें ये चार नाम प्रमुख हैं:
रेखा गुप्ता (शालीमार बाग)
शिखा रॉय (ग्रेटर कैलाश)
नीलम पहलवान (नजफगढ़)
पूनम शर्मा (वजीरपुर)
इनमें रेखा गुप्ता का नाम सबसे आगे माना जा रहा है.
महिला डिप्टी सीएम की संभावना मजबूत क्यों?
दरअसल, इस बार दिल्ली में 43% महिलाओं ने बीजेपी को वोट दिया है, जो पिछली बार के मुकाबले 8% अधिक है. इस वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी महिला डिप्टी सीएम की घोषणा कर सकती है.
पूर्वांचली नेताओं में सबसे आगे कौन?
पूर्वांचली समुदाय से जुड़े नेताओं में ये प्रमुख नाम हैं.
कपिल मिश्रा
अभय वर्मा
पंकज सिंह
चंदन चौधरी
पूर्वांचली चेहरे में सबसे आगे कपिल मिश्रा?
इस सूची में कपिल मिश्रा सबसे आगे बताए जा रहे हैं. उनका संबंध गोरखपुर से है, और उनकी मां भी बीजेपी की वरिष्ठ नेता रह चुकी हैं. कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी (AAP) से अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था, लेकिन बाद में बीजेपी में शामिल हो गए. वहीं, लक्ष्मी नगर के विधायक अभय वर्मा भी मजबूत दावेदार हैं. उनका आरएसएस से गहरा संबंध है और वे पार्टी के पुराने नेता हैं.
सिख और जाट समुदाय से किन नेताओं की चर्चा?
मनजिंदर सिंह सिरसा
अरविंदर सिंह लवली
तरविंदर सिंह मारवाह
फिलहाल सभी नामों पर अटकलें लगाई जा रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के नामों का आधिकारिक ऐलान हो सकता है.