Jodhpur Doctor duped lakhs by making 24 hour digital fraud case filed ANN
Rajasthan Crime News: राजस्थान का दूसरा बड़ा शहर जोधपुर इन दिनों साइबर ठगों के निशाने पर है. एक के बाद एक डिजिटल अरेस्ट के मामले सामने आ रहे हैं. अब सरकारी डॉक्टर को 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट रख लाखोों की ठगी कर ली गयी. डॉक्टर से कहा गया कि आपके नाम का दिल्ली एयरपोर्ट पर थाईलैंड के लिए बुक पार्सल को जब्त किया गया है. कॉलर ने अनिल कुमार नाम बताने के साथ खुद को सब इंस्पेक्टर बताया. उसने कहा कि पार्सल की जांच में एमडी ड्रग्स और पाकिस्तानी पासपोर्ट बरामद हुए हैं.
जालसाज ने पाकिस्तान से फंडिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के नाम पर डराया. कॉलर ने पार्सल की ज्यादा जानकारी के लिए एक दबाने को कहा. एक दबाने पर दूसरे शख्स को कॉल ट्रांसफर हो गया. दूसरे कॉलर ने अपना नाम अमित शर्मा बताया. उसने बताया कि आपके नाम से पार्सल बुक हुई है. डॉक्टर ने पार्सल की बुकिंग से इंकार किया. कॉलर ने बताया कि पार्सल दिल्ली से थाईलैंड के लिए बुक हुआ है. एयरपोर्ट पर जांच एजेंसी को पार्सल में पांच पासपोर्ट, तीन क्रेडिट कार्ड 4.2 किलो कपड़े, एक लैपटॉप और 1.4 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामत हुए हैं.
पाकिस्तानी फंडिंग का डर दिखाकर डॉक्टर से 9 लाख 50 हजार रुपये खाते में ट्रांसफर करवा लिए गये. एसीपी सेंट्रल मंगलेश चुडांवत ने बताया कि नागौर गेट स्थित महावतो की मस्जिद के पास रहने वाले डॉ मोहम्मद शाकिर गोरी ने 8 अक्टूबर को कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. उन्होंने बताया कि 6 अक्टूबर को दोपहर 3:00 बजे मोबाइल पर वॉइस कॉल आया था. कॉलर ने डॉक्टर को 2 घंटे में दिल्ली क्राइम ब्रांच पहुंचने के लिए कहा. कहा गया कि केस पर 18 दिनों से कम हो रहा है.
डॉक्टर को 24 घंटे रखा डिजिटल अरेस्ट
डॉक्टर ने खुद के जोधपुर में होने का हवाला देकर दिल्ली पहुंचने में असमर्थता जताई. जालसाज ने कहा कि आप किसी एकांत जगह चले जाएं. ऑफिसर आपसे वीडियो कॉल पर बात करेंगे. आप ऑफिसर के सामने शिकायत बता देना. कॉलर ने खुद को आईपीएस समाधान पवार बताया. उसने कहा कि लोकल बैंक और पुलिस की मिलीभगत से खाता ऑपरेट हो रहा है.स खाते से पाकिस्तान से फंडिंग हुई है. पांच पासपोर्ट में तीन पाकिस्तान के हैं. डॉक्टर के इंकार करने पर मामला मानव तस्करी का बताया गया.
जालसाज ने लाखों खाते से रकम उड़ाये
ठगों ने डॉक्टर से कहा कि 24 घंटे में मामले से बाहर आ जाएंगे. इसके बाद डॉक्टर के बैंक खाते को 6 घंटे तक ट्रैकिंग की गयी. इस बीच कहा गया कि मोबाइल बंद नहीं करोगे और ना ही सर्विलांस पर लिए हुए कॉल का किसी से जिक्र होना चाहिए. डिजिटल अरेस्ट करने के साथ डॉक्टर को कहा कि 9 लाख 50 हजार आप खाते में ट्रांसफर कीजिए. रकम 6 घंटे बाद अपने आप खाते में आ जाएगी. डॉक्टर ने 9 लाख 50 हजार खाते में ट्रांसफर किये. ट्रांसफर होने के बाद कॉल डिस्कनेक्ट हो गया.
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