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Jharkhand CM Hemant Soren Wife Kalpana Soren Might Be Next Chief Minister If He Gets Arrested By ED Sources – हेमंत सोरेन के अरेस्ट होने पर उनकी पत्नी बनेंगी झारखंड की CM, विधायकों से सादे कागज पर लिए गए साइन: सूत्र



सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नीत गठबंधन के सहयोगी दलों के विधायकों ने मंगलवार को एक बैठक में हेमंत सोरेन सरकार के प्रति एकजुटता व्यक्त की. रिपोर्ट के मुताबिक, विधायकों ने मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन को कमान सौंपे जाने की अटकलों के बीच बिना किसी के नाम वाले एक समर्थन पत्र पर साइन भी किए हैं.

इस मीटिंग में कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं. ऐसा पहली बार है कि जब हेमंत सरकार की किसी मीटिंग में कल्पना सोरेन पहुंची हैं. हालांकि, कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों पर विधायकों ने कहा कि बैठक में ऐसी कोई चर्चा नहीं की गयी.

कल्पना सोरेन की बिजनेस वुमन और सोशल वर्कर के तौर पर पहचान

सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन फिलहाल राजनीति में नहीं हैं. वह रांची में एक प्ले स्कूल चलाती हैं. कल्पना की संथाली, ओड़िया, हिंदी और अंग्रेजी जैसी भाषाओं पर भी उनकी खासी पकड़ है. उन्होंने एमबीए की भी डिग्री ली है. झारखंड में उनकी पहचान एक बिजनेस वुमन और सोशल वर्कर के तौर पर भी है.

 

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1997 में चारा घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण इस्तीफा देने के लिए मजबूर होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया था. ऐसे में चर्चा हो रही है कि जमीन घोटाले में ED की जांच में घिरे हेमंत सोरेन भी अपनी पत्नी को सीएम बनाकर लालू के दिखाए रास्ते पर चल सकते हैं.

आ सकती है कानूनी अड़चन

जानकारों के मुताबिक, कल्पना को सीएम बनाने में कानूनी अड़चन भी आ सकती है. संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक, अगर विधानसभा का कार्यकाल एक साल से कम बचा है, तो मध्यावधि चुनाव नहीं करवाया जा सकता. ऐसे में कल्पना सोरेन का सीएम बनना मुश्किल होगा, क्योंकि वो विधायक नहीं हैं. अगर ऐसी अड़चन आती है, तो किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.

हालांकि, सब कुछ बुधवार को ईडी की होने वाली पूछताछ के परिणाम के बाद ही तय होगा, क्योंकि अगर हेमंत सोरेन गिरफ्तार नहीं होते हैं, तो वही मुख्यमंत्री बने रहेंगे.

31 घंटे बाद रांची लौटे हेमंत सोरेन

इससे पहले बीजेपी ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के ‘लापता’ होने का दावा किया था. ‘लापता’ होने की चर्चा के बीच 31 घंटे बाद हेमंत सोरेन मंगलवार दोपहर को रांची आए. उन्होंने दोपहर में एक बैठक की, जिसमें कल्पना सोरेन भी पहुंची थीं. इसके बाद शाम को सीएम हाउस में महागठबंधन (JMM, कांग्रेस और RJD) के विधायक दल की बैठक हुई. इस मीटिंग में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 7 विधायक नहीं पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि ये सभी विधायक हेमंत की पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा से नाराज हैं. 

कल्पना सोरेन को लेकर परिवार में ही मतभेद

हेमंत सोरेन की जगह पर कल्पना सोरेन को सीएम बनाने को लेकर परिवार में ही सहमति नहीं है. सूत्रों की मानें, तो हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन और भाई बसंत सोरेन, कल्पना सोरेन के नाम पर सहमत नहीं है. सीता सोरेन JMM की विधायक हैं और वो हेमंत सोरेन के दिवंगत बड़े भाई दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. वहीं बसंत सोरेन सीएम सोरेन के छोटे भाई हैं. 

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी दावा किया कि सीता सोरेन और बसंत सोरेन सीएम पद के लिए कल्पना सोरेन के लिए राजी नहीं हैं. दूसरी तरफ कल्पना सोरेन को सीएम बनाए जाने में कानूनी अड़चनों का भी हवाला दिया जा रहा है. वो फिलहाल विधायक नहीं हैं, लेकिन एक विधायक सीट छोड़ चुके हैं. इसके बाद से ही ये अटकलें लगाई जाने लगीं कि कल्पना सीएम बन सकती हैं. 

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ED ने जब्त की सोरेन की BMW

27 जनवरी को हेमंत सोरेन चार्टर प्लेन से दिल्ली गए थे. वहां उन्होंने कुछ बैठकें कीं. उसके बाद से उनकी कोई खबर नहीं थी. 29 जनवरी को सुबह 7 बजे जांच एजेंसी ED उनसे पूछताछ करने दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची. सोरेन वहां नहीं मिले. जांच टीम हेमंत सोरेन के दिल्ली वाले घर से कुछ जरूरी कागजात, BMW कार और 36 लाख कैश जब्त कर ले गई. 30 जनवरी को झारखंड के राज्यपाल ने भी CM की जानकारी लेने के लिए राज्य के चीफ सेक्रेटरी और DGP को गवर्नर हाउस बुलाया था. उसके बाद ही हेमंत सोरेन रांची पहुंचे.

बन्ना गुप्ता ने दिया बड़ा बयान

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, “हम सब सरकार के साथ हैं. हेमंत सोरेन ED की पूछताछ में रहेंगे, उन्होंने ख़ुद कहा है. सरकार नहीं गिरेगी. अरेस्ट जैसा कुछ हुआ तो देखेंगे. पूरी मजबूती के साथ सरकार के साथ खड़े हैं. जब प्लान A होगा, तब न प्लान B होगा. अभी कल्पना सोरेन पर कोई बात नहीं हुई है. जब ज़रूरत पड़ेगी, जब जिसे बनाना होगा, सीएम बनायेंगे.”

 

केंद्रीय एजेंसियों का हो रहा दुरुपयोग- चम्पई सोरेन

परिवहन मंत्री और JMM के वरिष्ठ नेता चम्पई सोरेन ने कहा, “जो भी होता है, हम उसके लिए तैयार हैं…BJP लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, लेकिन हम उन्हें उनके मिशन में कामयाब नहीं होने देंगे.” मंत्री ने कहा कि बैठक मौजूदा परिस्थितियों में मुख्यमंत्री के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए बुलायी गयी थी.

एक अन्य विधायक ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा, “कोई प्रस्ताव नहीं रखा गया. हम एकजुट हैं. हमने एक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर भी किए हैं, जिस पर कोई नाम नहीं था. ऐसी स्थिति के लिए कहीं उसकी जरूरत पड़ जाए.”

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मौजूदा परिदृश्य में कोई भी फैसला परिस्थितियों के अनुसार लिया जाएगा. कांग्रेस के मंत्री ने कहा, “हम मुख्यमंत्री के प्रति एकजुटता जताने के लिए कल फिर उनके आवास पर मिलेंगे.”

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रांची में धारा 144 लागू

पिछली बार जब सीएम सोरेन से पूछताछ हुई थी तब बड़ी संख्या में जेएमएम समर्थक सीएम आवास के बाहर जुट गए थे. ऐसे में लॉ एंड ऑर्डर किसी तरह प्रभावित न हो, धारा 144 लागू करने का फैसला लिया गया है. रांची में बुधवार सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक धारा 144 लागू रहेगी. 

20 जनवरी को हुई थी पूछताछ

इससे पहले ED ने 20 जनवरी को CM हाउस में हेमंत सोरेन से करीब साढ़े 7 घंटे तक पूछताछ की थी. यह पूछताछ DAV बरियातू के पीछे स्थित 8.46 एकड़ जमीन से जुड़ी हुई थी. जांच एजेंसी ने उनसे सोर्स ऑफ इनकम और आयकर रिटर्न में दिए गए ब्योरे संबंधित सवाल किए थे. 

क्या है जमीन घोटाले का मामला?

जमीन से जुड़े मामले का खुलासा रांची के अफसर अली की गिरफ्तारी के बाद हुआ. साल 2022 के 4 नवंबर को जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल के कई ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी. बाद में तीन बार विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के लिए समन भेजा गया. जमीन के तमाम मामलों के साथ चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद में हेमंत सोरेन का नाम सामने आया था. वहीं पुगडू में 9.30 एकड़ खास महल जमीन की खरीद में भी फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी. 

19 जुलाई साल 2022 को गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर 8 जुलाई को छापेमारी के दौरान ED को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ी चेक बुक मिलने की खबर सामने आई थी. ED ने PMLA कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में जिक्र किया है कि 2 ब्लैंक चेक पर मुख्यमंत्री के साइन भी थे. जमीन घोटाला मामले में CM के अलावा उनके परिवार का नाम भी सामने आ रहा है.

 



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