jammu kashmir will be terrorism free amit shah held HighLevel meeting on zero terror plan
High level Meeting on Jammu and Kashmir: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (11 फरवरी, 2025) को नई दिल्ली में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में आतंकवाद, सीमा सुरक्षा और आतंक-वित्तपोषण से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई.
गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर को पूरी तरह से आतंकवाद मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सुरक्षा बलों की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है.
आतंकवाद, नार्को-आतंकवाद और फाइनेंसिंग पर कड़ी निगरानी
गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवाद, नार्को-आतंकवाद और आतंक-फाइनेंसिंग पर नजर रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह खत्म करने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है. सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए समन्वित रणनीति अपनाएं.
सीमा सुरक्षा को लेकर BSF को दिए गए विशेष निर्देश
सीमा सुरक्षा बल (BSF) को आदेश दिया गया कि वे सीमा सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत करें. BSF को हाईटेक इक्विपमेंट्स का उपयोग कर “जीरो घुसपैठ” सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए. किसी भी प्रकार की सीमा पार घुसपैठ को पूरी तरह से नाकाम करना प्राथमिकता होगी, ताकि आतंकवादियों की घुसपैठ को रोका जा सके.
Zero Terror Plan को और मजबूत करने के निर्देश
गृह मंत्री ने “Zero Terror Plan” को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए. इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में आतंकवाद को पूरी तरह समाप्त करना है. सुरक्षा बलों की ओर से आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. आतंकवाद के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई अभियानों को तेज किया जाएगा.
सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने का निर्देश
गृह मंत्री ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने और एकजुट होकर कार्य करने का निर्देश दिया. सभी एजेंसियों के बीच समन्वय मजबूत करने पर जोर दिया गया, ताकि आतंकवाद से जुड़ी किसी भी गतिविधि को समय रहते रोका जा सके. राज्य में सुरक्षा स्थिति में सुधार लाने और स्थायी शांति सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया गया.
इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और तेज करने, सीमा सुरक्षा को अभेद्य बनाने और “Zero Terror Plan” को सख्ती से लागू करने के लिए कई अहम फैसले लिए गए. अमित शाह ने यह स्पष्ट कर दिया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को किसी भी हाल में पनपने नहीं दिया जाएगा और सभी सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क रहेंगी. इस बैठक के निर्णयों से आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियान और अधिक आक्रामक हो सकता है.