Jammu Kashmir Police registered separate cases against the organisers and participants of Youm e Quds Rally Baramulla Budgam ANN
Baramulla News: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बडगाम और बारामूला जिलों में यौम-ए-कुद्स जुलूस के आयोजकों और प्रतिभागियों के खिलाफ एक्शन लिया है. पुलिस ने आपत्तिजनक नारे लगाने, आतंकवाद को बढ़ावा देने और आतंकवादी समूह के समर्थन में नारे लगाने के आरोप में अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं.
पुलिस ने बडगाम जिले के बीरवाह के सोनपाह गांव में कथित तौर पर आपत्तिजनक नारे लगाकर कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति पैदा करने के लिए आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया. जबकि उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में हिजबुल्लाह के झंडे दिखाकर और आतंकवादी समूह के समर्थन में नारे लगाकर आतंकवाद को बढ़ावा देने में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया गया.
आयोजकों ने कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया-पुलिस
पुलिस की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, बीरवाह जुलूस के दौरान आयोजकों के निर्देश पर बड़ी भीड़ इकट्ठा हुई और आपत्तिजनक नारे लगाए.
बयान में कहा गया है, “नारेबाजी करके आयोजकों ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने का प्रयास किया और सोनपाह-बीरवाह मार्ग को बाधित कर दिया, जिससे आम जनता की सुचारू आवाजाही में बाधा उत्पन्न हुई.”
इसमें आगे कहा गया, “घटना का संज्ञान लेते हुए, बडगाम पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 126 (2) और 189 (6) के तहत पुलिस स्टेशन बीरवाह में एफआईआर संख्या 33/2025 के तहत मामला दर्ज किया है.”
पट्टन पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज
बारामूला में पुलिस स्टेशन पट्टन में एक एफआईआर (संख्या 49/2025) दर्ज की गई, जब लोगों के एक समूह को चैनाबल, पट्टन में एक जुलूस के दौरान हिजबुल्लाह के झंडे, तख्तियां और मारे गए हिजबुल्लाह कमांडर की तस्वीर वाले बैनर ले जाते देखा गया.
शांति और स्थिरता को खतरा पहुंचाने वालों पर होगी कार्रवाई
व्यक्तियों को संगठन के पक्ष में नारे लगाते हुए भी सुना गया. अधिकारियों का मानना है कि इस कृत्य का उद्देश्य जनता को भड़काना और आतंकवाद से जुड़े तत्वों को विध्वंसक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना था. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, क्षेत्र में शांति और स्थिरता को खतरा पहुंचाने वाले कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
पुलिस ने आगे कहा कि मामले की जांच चल रही है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार जरूरी कार्रवाई की जाएगी. ‘यौम-ए-कुद्स’ या कुद्स दिवस पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए, जो फिलिस्तीन के कब्जे के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिरोध का प्रतीक है और इजरायल के कब्जे से अक्सा मस्जिद को मुक्त कराने की मांग करता है.