News

Jammu Kashmir Encounter | Jammu Kashmir Encounter: नहीं सुधर रहा PAK! नए साल से पहले आतंकी कैंप्स में 50 से ज्यादा दहशतगर्द, घुसपैठ की हैं फिराक में


Jammu Kashmir Encounter: भारतीय सेना के मेजर जनरल समीर श्रीवास्तव ने मंगलवार (29 अक्तूबर) को कहा है कि सीमा पार स्थित आतंकी शिविरों में 50 से अधिक आतंकवादी मौजूद हैं जो जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ की फिराक में हैं. उन्होंने ने कहा कि सेना इस चुनौती के प्रति पूरी तरह सतर्क है और घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करेगी.

पत्रकारों से बात करते हुए मेजर जनरल समीर श्रीवास्तव ने कहा कि सेना आतंकवादियों को नागरिकों को नुकसान पहुंचाने नहीं देगी. जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर के एक गांव के पास जंगल में छिपे दो आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मंगलवार की सुबह मार गिराया, जिससे नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास 27 घंटे तक चली मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की संख्या तीन हो गई है.

श्रीवास्तव ने कहा कि चुनौतियां वही हैं, घुसपैठ और आतंकवादी गतिविधियों का मुकाबला करना. हम पूरी तरह से तैयार हैं, जैसा कि आपने आतंकवादियों के खिलाफ हाल के सफल अभियानों में देखा है. मुझे यकीन है कि ऐसे सफल अभियानों का आतंकवाद पर असर पड़ेगा.

आतंकी शिविरों में 50 से 60 आतंकवादी हैं मौजूद

पीर पंजाल के दक्षिण में स्थित आतंकी शिविरों में मौजूद संभावित आतंकवादियों की संख्या को लेकर उन्होंने कहा कि संख्या के बारे में जानकारी आमतौर पर बदलते समय के साथ बदलती रहती है.संयुक्त खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, वहां 50 से 60 आतंकवादी मौजूद हैं.

अखनूर में तीन आतंकवादियों के मारे जाने को सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता बताते हुए उन्होंने कहा कि वे नये घुसपैठिए समूह का हिस्सा नहीं थे.यह एक ऐसा समूह था जो अंदरूनी इलाकों में मौजूद था और हम पिछले कुछ समय से उनका पता लगा रहे थे. वे यहां आए और बेनकाब हो गए. अखनूर पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, हालांकि जमीनी रिपोर्ट से पता चलता है कि वहां केवल तीन आतंकवादी थे.

चौकसी में नहीं आने देंगे कोई कमी

घुसपैठ रोधी व्यवस्था को मजबूत किया गया है और इस क्षेत्र में कोई घुसपैठ नहीं हुई है. अंदरूनी इलाकों में मौजूद आतंकवादी छोटे-छोटे समूहों में घूम रहे हैं और सीधी कार्रवाई के लिए इस क्षेत्र में आए हैं. अखनूर में आतंकवादियों की कोई स्थायी मौजूदगी नहीं है. हम अपनी चौकसी में कोई कमी नहीं आने देंगे. इस क्षेत्र में लंबे समय से कोई घुसपैठ नहीं हुई है.

मारे गए आतंकवादियों से अत्याधुनिक एम-4 कार्बाइन बरामद होने और पाकिस्तानी सेना द्वारा आतंकवादियों को सीधे हथियार मुहैया कराने की आशंका को लेकर उन्होंने कहा कि हथियार मुहैया कराने के स्रोत कई हो सकते हैं और इस बारे में अनुमान लगाना बहुत मुश्किल है.

भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद बरामद 

मारे गए आतंकवादियों की पोशाक को लेकर उन्होंने कहा कि बाजार में लड़ाकू वर्दी आसानी से उपलब्ध है. मारे गए आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और आईईडी बरामद किए गए,कोई बेल्ट आईईडी नहीं मिला, जबकि उन सभी के पास निजी हथियार और गोला-बारूद था. आतंकवाद का मतलब सनसनी फैलाना है और ‘‘मुझे लगता है कि वे सनसनीखेज खबरें बनाने के लिए यहां (अखनूर) आए थे.

ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir Encounter: आर्मी डॉग के बलिदान का बदला सेना ने लियाः AI को नया हथियार बना दहशतगर्दों पर बोला प्रहार! 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *