Jai Ram Thakur targets Congress in National Herald case in Hiamchal Pradesh Mandi ann
Jai Ram Thakur On Congress: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंगलवार (22 अप्रैल) को मंडी में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता देश भर में घूम-घूम कर नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार का बचाव कर रहे हैं जो बहुत शर्मनाक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार का समर्थन करने की बजाय कांग्रेस के नेताओं को न्यायालय के सामने पक्ष रखना चाहिए.
जयराम ठाकुर ने कहा, “कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखने की बजाय कांग्रेस के नेता देशभर में जांच एजेंसियों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. न्यायालय द्वारा इस पूरे प्रकरण में गांधी परिवार को कोई राहत नहीं दी गई है. जिसका संदेश साफ है कि जांच एजेंसी द्वारा घोटाले के पुख्ता सबूत न्यायालय को सौंपे गए हैं. देशभर में नेशनल हेराल्ड की दो हजार करोड़ की प्रॉपर्टीज को मात्र 50 लाख रुपए में खरीद लिया जाना कांग्रेस की नजर में यदि घोटाला नहीं है तो उन्हें अपने घोटाले की परिभाषा को परिवर्तित करना चाहिए.”
‘दबाव बनाने के लिए किया जांच एजेंसी का घेराव’
जयराम ठाकुर ने निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी को कानून से ऊपर मानते हैं. उनकी नजर में गांधी परिवार द्वारा किया गया कोई भी घोटाला भ्रष्टाचार नहीं है. भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस की यही स्थिति है पहले घोटाला करो और बाद में उसके पक्ष में खड़े होकर जांच एजेंसी, सरकार और अन्य संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल खड़े करो. जांच एजेंसी को दबाव में लेने के लिए उनके कार्यालय का घेराव करो, उनके अधिकारियों पर अनर्गल टिप्पणी करो.”
‘घोटालों को करना चाहिए स्वीकार’
पूर्व सीएम ने ये भी कहा, “कांग्रेस के नेताओं को देश के संविधान का सम्मान करना चाहिए और गांधी नेहरू परिवार द्वारा किए गए घोटालों को स्वीकार करना चाहिए. कांग्रेस के नेताओं को देश भर में घूम-घूम कर माहौल बनाने की बजाय देश की न्यायपालिका पर भरोसा रखना चाहिए. यह देश संविधान से चलेगा कांग्रेस द्वारा बनाए गए नियमों से नहीं.”
‘कांग्रेस ने बाबा साहेब का किया अपमान’
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी में बीजेपी द्वारा आयोजित बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर सम्मान अभियान के तहत आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, “संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने दलितों, महिलाओं और पिछड़े वर्गों के अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया. उन्होंने जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाई और समानता, स्वतंत्रता एवं बंधुत्व के सिद्धांतों को समाज में स्थापित करने का प्रयास किया. कांग्रेस ने हमेशा उनका अपमान ही किया और सत्ता हासिल करने के लिए संविधान का दुरुपयोग किया.”