ISRO Chairman S Somnath Lays foundation of Cyber Nalanda
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने गुरुवार (5 सितंबर, 2024) को कहा कि जब सालों से निर्मित बुनियादी ढांचे पर साइबर हमलों का खतरा मंडरा रहा है, तो साइबर सुरक्षा उपकरण और समाधान विकसित करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना बहुत जरूरी है.
उन्होंने साइबर नालंदा की आधारशिला रखी, जो एक आधुनिक साइबर सुरक्षा अनुसंधान और विकास केंद्र है. यह साइबर सुरक्षा समाधान कंपनी सिसा का अहम कदम है.
एस. सोमनाथ ने कहा, ‘मैं उन इंजीनियरों की पीढ़ी से हूं, जिन्होंने कंप्यूटर जाने बिना ही अपना करियर शुरू किया था. उस समय से अब तक का बदलाव जबरदस्त रहा है.’
उनके अनुसार, एक समय पर सुरक्षा एंटी-वायरस के अलावा और कुछ नहीं थी.
एस सोमनाथ ने कहा, ‘लेकिन अब, जैसे-जैसे एप्लिकेशन बढ़ रहा है, खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं. साइबर सुरक्षा का खतरा केवल पर्सनल डेटा की चोरी तक ही सीमित नहीं है. यह अब बहुत बड़े पैमाने पर है . इसका संबंध देश की सुरक्षा से भी है.’
उन्होंने कहा कि इसरो के चंद्रयान जैसे अलग-अलग सफल मिशन का संबंध अक्सर दुनिया भर से होता है, जिससे वे साइबर हमलों के प्रति भावुक हो जाते हैं.
एस. सोमनाथ ने कहा, इसलिए, यह जरूरी है कि हम इस क्षेत्र में अनुसंधान को मजबूत करें.
सिसा के मुख्य कार्याधिकारी एवं संस्थापक दर्शन शांतमूर्ति ने कहा कि साइबर नालंदा का लक्ष्य शिक्षा जगत के साथ सहयोग पर ध्यान देते हुए साइबर सुरक्षा में बदलाव के लिए एक वैश्विक केंद्र बनना है.
Published at : 06 Sep 2024 01:15 PM (IST)