International Energy Agency Report Says Indias natural gas consumption may increase to 60 percent by 2030 ANN
India Energy Week 2025: भारत ऊर्जा सप्ताह 2025 के दूसरे दिन, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने अपनी व्यापक इंडिया गैस मार्केट रिपोर्ट जारी की, जिसमें यह खुलासा किया गया कि भारत का प्राकृतिक गैस क्षेत्र एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत की प्राकृतिक गैस खपत 2030 तक लगभग 60 फीसदी बढ़कर 103 बिलियन घन मीटर (bcm) प्रति वर्ष तक पहुंचने की संभावना है, जो इसे मौजूदा समय में सऊदी अरब के स्तर के बराबर लाएगी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महत्वपूर्ण वृद्धि के पीछे तीन प्रमुख रुझान है. भारत के गैस बुनियादी ढांचे का तेजी से विस्तार, घरेलू प्राकृतिक गैस उत्पादन में सुधार और वैश्विक गैस बाजार की स्थितियों में संभावित सुधार. इसके अलावा, सरकार की सहायक नीतियों ने 2030 तक प्राकृतिक गैस की खपत को बढ़ाने के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है.
सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन विस्तार का करेगा नेतृत्व
सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) क्षेत्र इस विस्तार का नेतृत्व करेगा, जिसमें CNG बुनियादी ढांचे के तेजी से विस्तार और छोटे औद्योगिक उपयोगकर्ताओं के लिए तरल ईंधन की तुलना में गैस की लागत में लाभ एक प्रमुख भूमिका निभाएंगे. भारी उद्योगों, जैसे लौह और इस्पात निर्माण में लगभग 15 bcm प्रति वर्ष की अतिरिक्त मांग जुड़ने की उम्मीद है, जबकि तेल शोधन में गैस का उपयोग 4 bcm प्रति वर्ष से अधिक बढ़ सकता है क्योंकि अधिक रिफाइनरियां ग्रिड से जुड़ती हैं.
चौथा सबसे बड़ा LNG आयातक बना रहेगा भारत
IEA की रिपोर्ट बताती है कि लक्षित रणनीतियों और अतिरिक्त नीति समर्थन के साथ, भारत की गैस खपत 2030 तक 120 bcm प्रति वर्ष तक पहुंच सकती है, जो दक्षिण अमेरिका के मौजूदा खपत स्तरों के करीब होगी. इस तेजी से विकास के लिए गैस-आधारित बिजली संयंत्रों का उच्च उपयोग, भारी परिवहन में LNG को अपनाने में तेजी, और CGD बुनियादी ढांचे का विस्तार शामिल होगा. हालांकि, 2023 में घरेलू गैस उत्पादन ने 50% मांग को पूरा किया था और इसमें 2030 तक मध्यम वृद्धि की उम्मीद है, लेकिन LNG आयात 2030 तक दोगुने से अधिक बढ़कर 64 bcm प्रति वर्ष तक पहुंचने का अनुमान है. इसके साथ ही, भारत चौथा सबसे बड़ा LNG आयातक बना रहेगा, जो वैश्विक गैस बाजार में भारत के बढ़ते महत्व को दर्शाता है.
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