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Indians in Russian Army Minister of State for External Affairs Kirti Vardhan Singh gives details of death and missing in Parliament


Indians In Russian Army: रूसी आर्मी की ओर से अभी भी कुछ भारतीय यूक्रेन से जंग लड़ रहे हैं. इस बात की पुष्टि संसद में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के एक जवाब से हुई. दरअसल, कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने इस संबंध में कुछ सवाल पूछे थे, जिनमें रूसी सेना में भारतीय का ब्यौरा और इन्हें देश वापस लाने की सरकार की तैयारी से जुड़े सवाल थे. इस सवाल के जवाब में सामने आया कि 18 भारतीय अभी भी रूसी सेना में शामिल है और इनमें से 16 लोग लापता हैं.

विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने लिखित उत्तर में बताया, ‘सरकार को पता है कि भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में भर्ती किया गया था. भारत सरकार ने ऐसे सभी व्यक्तियों की सुरक्षा, कल्याण और शीघ्र रिहाई व भारत में उनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए रूस के राष्ट्रपति के स्तर सहित विभिन्न स्तरों पर संबंधित रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत की है.’

कीर्ति वर्धन ने बताया, ‘सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप, रूसी सशस्त्र बलों में शामिल अधिकांश भारतीय नागरिकों को पहले ही छुट्टी दे दी गई है. उपलब्ध जानकारी के अनुसार, रूसी सशस्त्र बलों में 18 भारतीय नागरिक बचे हैं, जिनमें से 16 को रूसी पक्ष द्वारा लापता बताया गया है.

‘सात पार्थिव शरीर भी लाए’
विदेश राज्य मंत्री ने बताया कि रूस स्थित भारतीय मिशन/केंद्रों ने रूसी सशस्त्र बलों में अपनी सेवा समाप्त होने के बाद भारतीय नागरिकों को भारत लौटने में सहायता की है, जिसमें आवश्यकतानुसार यात्रा दस्तावेजों और हवाई टिकटों की सुविधा प्रदान करना भी शामिल है. सरकार ने संघर्ष में अपनी जान गंवाने वाले सात भारतीय नागरिकों के पार्थिव अवशेषों की वापसी में भी मदद की है. दो अन्य मामलों में, पार्थिव अवशेषों का रूस में अंतिम संस्कार किया गया.

’12 लोगों की हुई मौत’
विदेश राज्य मंत्री ने बताया कि रूसी सेना में जो 18 भारतीय हैं, उनमें नौ उत्तर प्रदेश से, दो-दो पंजाब और हरियाणा से और एक-एक चंडीगढ़, महाराष्ट्र, केरल, बिहार और जम्मू कश्मीर से हैं. एक अन्य सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि रूसी सशस्त्र बलों में शामिल 12 भारतीय नागरिकों की रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान जान गंवाने की सूचना है.

’97 नागरिक वापस लाए’
विदेश राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि अब तक रूसी सेना में सेवा दे चुके 97 भारतीयों को वापस लाने में सहायता की जा चुकी है. इनमें उत्तर प्रदेश के 32, पंजाब के 14, हरियाणा के 12, महाराष्ट्र के 8, दिल्ली के 6, बिहार के 5, जम्मू-कश्मीर के 4 और अन्य राज्यों के 16 नागरिक शामिल हैं.

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