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Indian Railway Successful tested KAVACH 4.0 between Sawai Madhopur and Kota Section Rail minister Ashwini Vaishnaw watch video


Kavach 4.0 Successful Testing: पिछले कुछ समय से लगातार हो रहे रेल हादसों से परेशान भारतीय रेलवे के लिए अच्छी खबर है. दरअसल, रेलवे ने मंगलवार (24 सितंबर 2024) को सवाई माधोपुर-कोटा सेक्शन के बीच कवच 4.0 का सफल परीक्षण किया. बताया जा रहा है कि कवच 4.0 रेल हादसों को रेकेगा.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को इसके सफल परीक्षण की जानकारी दी. उन्होंने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में रेलवे की ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दुनिया के कई देश 1980 और 90 के दशक में ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी लेकर आए थे, लेकिन हमारे यहां तत्कालीन सरकारों ने इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाए. उनका रेलवे पर कोई फोकस नहीं था. वह सिर्फ राजनीति करते थे.

16 जुलाई 2024 को मिली थी इस वर्जन को मंजूरी

रेल मंत्री ने कहा, “साल 2014 में जब देश में पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकारी बनी, तो सबसे पहले ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी पर काम किया गया. साल 2016 में इसका पहला वर्जन बना और 2019, 2021, 2022 और 2024 में हम इसके 4.0 वर्जन पर काम कर रहे हैं. ये वर्जन 16 जुलाई 2024 को अप्रूव हुआ था. इसके इन्स्टॉलेशन पर देशभर में काम चल रहा है. कोटा से सवाई माधोपुर क्षेत्र के बीच 4.0 वर्जन पर इसका इंस्पेक्शन किया गया है, जो एक अच्छी सुविधा है.“

कैसे काम करेगा कवच 4.0?

रेल मंत्री ने बताया कि कवच कई किलोमीटर पहले ही ड्राइवर को सिग्नल दे देता है. मान लें कि 6 किलोमीटर दूर रेड लाइट आने वाली है, तो ड्राइवर को पहले ही रेड लाइट दिखाई दे जाएगी और वह इसी हिसाब से अपनी स्पीड को कम कर सकता है. ड्राइवर अगर अपनी स्पीड कम नहीं करता है, तो कवच खुद ब्रेक लगा सकता है. कवच से ड्राइवर की लाइफ में बहुत बड़ा चेंज आता है, रेलवे की सेफ्टी भी बहुत जरूरी होती है.

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