Indian Government Strict on Online Gambling Betting banned 1298 website in 3 years ANN
Online Gambling Betting Website: भारत में जहां एक तरफ ऑनलाइन गेमिंग का बाजार लगातार बढ़ रहा है तो ऑनलाइन सट्टेबाजी की वेबसाइट्स भी साल दर साल लगातार बढ़ रही हैं. ऐसे में आज भारत सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी कि सरकार ना सिर्फ ऑनलाइन गेमिंग की लत से बच्चों को बचाने की कोशिश कर रही है, बल्कि ऑनलाइन सट्टेबाजी वेबसाइट्स पर भी कड़ी कार्रवाई कर रही है.
लोकसभा में कांग्रेस सांसद एस ज्योतिमणि के सवाल के जवाब में केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी की भारत सरकार साल 2022 से 2024 के बीच में ऑनलाइन सट्टेबाजी करवाने वाली 1298 वेबसाइट्स और ऐप्स को आईटी रूल्स के तहत बैन कर चुकी है और इनके सर्वर्स को ब्लॉक कर चुकी है .
आईटी रूल्स 2021 में किए गए विशेष प्रावधान
इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में अपने जवाब में यह भी जानकारी दी कि ऑनलाइन गेमिंग की लत एक बड़ी समस्या है, जिसके नुकसान के बारे में सरकार को भी पता है. ऐसे में इसे रोकने के लिए आईटी रूल्स 2021 में ना सिर्फ विशेष प्रावधान किए गए हैं, बल्कि गेमिंग कंपनियों की जिम्मेदारियों भी तय की गई है.
गेमिंग की लत की वजह से आत्महत्या का नहीं है कोई आंकड़ा
कांग्रेस सांसद एस ज्योतिमणि ने यह भी पूछा था कि आखिर देश में पिछले 3 सालों में कितने बच्चों ने ऑनलाइन गेमिंग की लत की वजह से आत्महत्या की है इस पर केंद्रीय मंत्री ने जवाब में कहा कि सरकार के पास ऐसा कोई डेटा मौजूद नहीं है क्यूंकि एनसीआरबी ने ऑनलाइन गेमिंग की लत से आत्महत्या का कोई भी आंकड़ा कभी जारी नहीं किया .
31 हज़ार करोड़ का है ऑनलाइन गेमिंग का बाजार
Game Developers Conference में जारी की गई रिपोर्ट में जानकारी दी गई है की इस समय भारत में ऑनलाइन गेमिंग का बाजार 31 हज़ार करोड़ का है, जो साल 2029 तक चार सालों में बढ़ कर 78 हज़ार करोड़ का हो जाएगा. साथ ही पिछले साल लोकल सर्कल्स के किए गए सर्वे में सामने आया था कि भारत के शहरी आबादी में रहने वाले 66 फीसदी से ज्यादा बच्चे ऑनलाइन गेमिंग की लत का शिकार हैं.
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