India Will Develop In Amritkaal Kotak Mutual Fund Managing Director Nilesh Shah Said In NDTV Battleground – अमृतकाल में विकसित होगा भारत : NDTV Battleground में बोले कोटक म्यूचुअल फंड के मैनेजिंग डायरेक्टर नीलेश शाह
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से एनडीटीवी के खास शो ‘Battleground’ की सोमवार को शुरुआत हुई. इसमें कई विशेषज्ञों से आगामी लोकसभा चुनाव और इससे जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गई. एक्सपर्ट पैनल ने राजनीतिक समीकरण, चुनाव में असर डालने वाले फैक्ट्स और पार्टियों की संभावनाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को सबसे बड़ा फैक्टर बताया. कोटक म्यूचुअल फंड के मैनेजिंग डायरेक्टर नीलेश शाह ने कहा कि इस अमृतकाल में देश विकसित देशों की कतार में होगा.
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नीलेश शाह ने कहा, “कुछ लोगों को छोड़कर महंगाई देश में अब उतना बड़ा मुद्दा नहीं रहा, पिछले 36 से 40 महीनों में हमारी महंगाई अमेरिका से भी कम रही है, जो पिछले 75 साल में कभी नहीं हुआ.”
उन्होंने कहा कि मार्केट गवर्मेंट और गवर्नेंस दोनों को काउंट कर रहा है. ये सिर्फ 5 ट्रिलियन डॉलर की बात नहीं है. ये अमृतकाल में विकसित भारत होने की बात है. आजादी के समय भारत और जापान परकैपिटा इनकम में बराबर थे. 1960 में हम और दक्षिण कोरिया लगभग एक लेवल पर थे. 1980 में हम और चीन आसपास थे, लेकिन ये सब हमें छोड़कर काफी आगे चले गए.
नीलेश शाह ने कहा, “हमें सहकारी संघवाद और प्रतिस्पर्धी संघवाद दोनों की जरूरत है. प्रतिस्पर्धा की जरूरत है, ताकि लोग कड़ी मेहनत करते रहें. सहकारी संघवाद की भी जरूरत है. अमूल ने हमें रास्ता दिखाया. अमूल की वजह से हम सबसे बड़े दूध उत्पादक देश बन गए हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल की हैट्रिक लगाने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आ रहे हैं. उन्होंने ‘मोदी की गारंटी’ को अपने अभियान का मुख्य विषय बनाया है. नरेंद्र मोदी की वेबसाइट पर भी ‘मोदी की गारंटी’ को विस्तृत तरीके से बताया गया है. इसमें कहा गया है कि ये युवाओं के विकास, महिलाओं के सशक्तीकरण, किसानों के कल्याण और उन सभी हाशिये पर पड़े और कमजोर लोगों के लिए एक गारंटी है, जिन्हें दशकों तक नजरअंदाज किया गया.
इस चुनाव में महंगाई भी एक बड़ा मुद्दा होगी. कांग्रेस सहित INDIA गठबंधन में शामिल विपक्षी पार्टियां बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों का मुद्दा उठाती रही हैं. हालांकि, BJP ने रोजगार वृद्धि और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए पलटवार भी किया है.